झारसुगुड़ा. झारसुगुड़ा वन मंडल की ओर से गुरुवार को 75वां वन महोत्सव स्थानीय मालीमुंडा स्थित प्रोफेसर दुबराज नायक इको पार्क में मनाया गया. विधायक टंकधर त्रिपाठी ने बतौर मुख्य अतिथि पौधा लगाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान पौधरोपण महज एक फैशन बनकर रह गया है. लेकिन पर्यावरण संरक्षण के लिए फैशन नहीं, पैशन की जरूरत होती है. तभी जाकर पौधरोपण कार्यक्रम का लाभ मिल सकेगा. श्री त्रिपाठी ने कहा कि विकास के नाम पर झारसुगुड़ा को प्रदूषण की समस्या में धकेल दिया गया है. उद्योगों की स्थापना के लिए हजारों पेड़ काटे जाते हैं, तो नियम के अनुसार इसका दोगुना पेड़ लगाना चाहिए. लेकिन ऐसा नहीं होता. केवल कागज-कलम में ही पेड़ लगाना सिमटकर रह जाता है. मेरा वन विभाग से अनुरोध है कि गत पांच वर्षों में कितने पेड़ काटे गये व कितने लगाये गये इसकी जांच की जानी चाहिए. साथ ही वन विभाग हर परिवार को एक एक पौधा दे, ताकि वे उसे लगा कर उसकी देखरेख कर सकें. पेड़ हमारी संस्कृति से जुड़ा है. जब हम प्रकृति की पूजा करेंगे, तब ही प्रकृति हमारी रक्षा करेगी. हर पेड़ का अपना एक महत्व है. केवल विकास के नाम पर प्रकृति का गला घोंटने का ही दुष्परिणाम हम आज भोग रहे हैं.
पीएम ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ का दिया है स्लोगन
श्री त्रिपाठी ने कहा है कि चलित वर्ष हमारे प्रधानमंत्री ने एक पेड़ मां के नाम का जो स्लोगन दिया है. उसी के तहत हमें भी एक-एक पेड़ लगाना होगा. जिलाधीश अबोली सुनील नरवाणे ने बताया कि चलित वर्ष जिला शिक्षा विभाग की ओर से 50 हजार से अधिक पौधे अपने अधीन आने वाले स्कूलों के छात्र-छात्राओं के जरिये लगाये जायेंगे. वहीं जिले के सभी औद्योगिक संस्थानों को डेढ़ से दो लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य दिया गया है. मौके पर एसपी स्मिथ पि परमार, डीएफओ मनु अशोक भट्ट, आरसीसीएफ अशोक कुमार, पर्यावरणविद प्रह्लाद नायक, एनएलसी के जीएम सी दयानंद आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये. अंत में सभी अतिथियों ने पौधे लगाये.
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