राउरकेला. पवित्र अक्षत तृतीया के अवसर पर शुक्रवार को पूरे राज्य में महाप्रभु श्रीजगन्नाथ की रथयात्रा के लिए रथों का निर्माण शुरू किया गया. इसके लिए काष्ठ की पूजा हुई. अक्षय तृतीया को काफी पवित्र तिथि माना जाता है और इसी दिन धान की बुवाई की जाती है. इस अवसर पर राउरकेला में भी विभिन्न जगन्नाथ मंदिरों में विविध धार्मिक अनुष्ठान आयोजित हुए. सेक्टर-3 अहिराबंध जगन्नाथ मंदिर समेत कोयलनगर, बसंती कॉलोनी, पंच मंदिर, हनुमान वाटिका, प्लांट साइट, पानपोष, टिंबर कॉलोनी, छेंड कॉलोनी, झीरपानी, नया बाजार समेत सभी जगन्नाथ मंदिरों में काष्ठ पूजा कर रथ निर्माण का काम शुरू किया गया. इससे पहले विविध धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया. वहीं बलराम के तालध्वज, जगन्नाथ के नंदीघोष एवं मां सुभद्रा व सुदर्शन के दर्प दलन रथ की लकड़ी की पूजा की गयी. इस दौरान श्री श्री जगन्नाथ व वैद्यनाथ महाप्रभु मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष गिरिजा शंकर द्विवेदी समेत अन्य पदाधिकारी, सेवायत व भक्त पूजा में शामिल रहे.
किसानों ने की धान की बुवाई, कृषि कार्य शुरू
अक्षय तृतीया पर लाठीकटा ब्लॉक के किसानों ने शुक्रवार काे पारंपरिक रीति-नीति के अनुसार पूजापाठ कर कृषि कार्य का शुभारंभ किया. किसानों ने अपने-अपने खेत काी जुताई करने के बाद तैयार किया. जिसके बाद यहां पर धान की बुनाई की गयी. विदित हो कि अक्षय तृतीया पर शुभ कार्य शुरू करने की परंपरा है. गुरुवार की रात हुई बारिश के कारण मिट्टी गीली होने से किसानों को धान की बुवाई में आसानी हुई.भगवान परशुराम की पूजा कर सुख-शांति की कामना की
अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम की जयंती बिरमित्रपुर जगन्नाथ मंदिर परिसर में शुक्रवार को मनायी गयी. इस अवसर पर भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना हुई. यजमान के रूप में सुनील तिवारी ने भगवान परशुराम की आराधना की. पूजा के बाद आरती हुई. अंत में प्रसाद वितरण किया गया. सभी लोगों ने भगवान परशुराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की. इसके बाद ब्राह्मण समाज की बैठक हुई, जिसमें संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया. इस कार्यक्रम में ब्रज किशोर शुक्ला, उग्र नारायण झा, अभिषेक मिश्र, दीपक कौशिक, आलोक कर, केवल तिवारी, नंदलाल दीक्षित, विंध्याचल पांडे, टी पांडे शामिल रहे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है