राउरकेला : ओएसएचबी कार्यालय में नहीं हो रहा काम, मकान मालिकों को हो रही परेशानी

सचेतन नागरिक मंच ने राज्य के गृह एवं शहरी आवास मंत्री को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि राउरकेला में ओएचएसबी कार्यालय में काम नहीं होने से शहरवासियों को परेशानी हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 11:38 PM

राउरकेला. स्मार्ट सिटी राउरकेला में आवास की कमी, ओडिशा राज्य हाउसिंग बोर्ड (ओएसएचबी) कार्यालय की दयनीय हालत समेत अन्य समस्याओं के समाधान को लेकर सचेतन नागरिक मंच, राउरकेला के अध्यक्ष बिमल कुमार बिसी ने राज्य के गृह व शहरी विकास मंत्री डॉ कृष्ण चंद्र महापात्र को खत लिखकर उनका ध्यानाकर्षण कराया है. इसमें बताया गया कि राउरकेला में ओडिशा राज्य आवास निगम द्वारा निर्मित परियोजनाओं के पट्टे के दस्तावेज अभी तक पूरे नहीं हुए हैं. निगम की चार परियोजनाओं में कई पट्टे के दस्तावेज पूरे नहीं हुए हैं. जबकि बाकी को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ की तर्ज पर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके अलावा 1977 में निर्मित बसंती कॉलोनी और छेंड कॉलोनी फेज-1 की जमीन का सबमिशन अभी तक नहीं किया गया है.

शहरवासियों को भुवनेश्वर की लगानी पड़ रही दौड़

सचेतन नागरिक मंच ने मंत्री को बताया है कि ओडिशा राज्य आवास निगम (ओएसएचबी) का कार्यालय राउरकेला में सही से काम नहीं करने के कारण मकान मालिकों को परेशानी हो रही है. जिस कारण वरिष्ठ नागरिकाें को एनओसी, बैंक ऋण आदि छोटे-छोटे काम के लिए भुवनेश्वर स्थित कार्यालय की दाैड़ लगानी पड़ती है. साथ ही मंच ने शहरी आवास मंत्री से राउरकेला के बसंती कॉलोनी में ओडिशा राज्य आवास निगम का कार्यालय कब पूरी तरह से चालू होगा, राउरकेला की चार परियोजनाओं को फ्री होल्ड बनाने के लिए क्या कदम उठाये गये हैं और इसे कब लागू किया जा रहा है, इसकी भी जानकारी देने का निवेदन किया है.

बसंत कॉलोनी में दो खाली भूखंडों पर हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू किया जाये

बसंती कॉलोनी में दो खाली भूखंडों पर हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाने को लेकर मंत्री का ध्यानाकर्षण इस पत्र के जरिये किया गया है. कहा गया है कि राउरकेला की लगभग 40 फीसदी आबादी बसंती कॉलोनी और छेंड कॉलोनी क्षेत्र में रहती है, जहां ओएसएचबी द्वारा अधिकतम घरों का निर्माण किया गया है. लेकिन पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से ओएसएचबी आवास योजना का निर्माण नहीं किया गया है. जिससे यहां पर जल्द से जल्द एक हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू करने की मांग रखी गयी है.

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