एनआइटी राउरकेला : योग से कार्यक्षमता, उत्कृष्टता और समग्र गुणवत्ता में होती है वृद्धि

एनआइटी राउरकेला में ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ का संदेश देते हुए एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं समेत एनआइटी के कर्मियों ने हिस्सा लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2024 12:41 AM

राउरकेला. ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ विषय पर, एनआइटी राउरकेला समुदाय ने 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस शुक्रवार को मनाया. एनआइटी राउरकेला के योग और नैचुरल वेल बींग केंद्र और योगविद्या छात्र क्लब के सहयोग से एकदिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिनमें तीन सत्र शामिल थे. पहला सत्र योग आसन करने के साथ शुरू हुआ, जिसके बाद भारत के प्रधानमंत्री के संबोधन का सीधा प्रसारण किया गया. डॉ खगेश्वर ओझा (योग शिक्षक) और वटकृष्ण साहू ने प्रतिभागियों के लिए योग सत्र का नेतृत्व किया. समारोह के दूसरे सत्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 को चिह्नित करने के लिए एनआइटी राउरकेला के बीबी ऑडिटोरियम में एक उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया. योग और स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी प्रोफेसर डॉ सरोज एल सामल ने दर्शकों का स्वागत करते हुए कहा कि एनआइटी राउरकेला में ‘योग’ हमारे समुदाय की भलाई का एक बुनियादी हिस्सा है. पूरे वर्ष, हमने प्रशिक्षित प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में सप्ताहांत योग कक्षाएं आयोजित की हैं. योग शरीर, मन और आत्मा को एकजुट करने का मार्ग प्रदान करता है, जिससे हमारी कार्यक्षमता, उत्कृष्टता और जीवन की समग्र गुणवत्ता बढ़ती है.

योग को दिनचर्या में शामिल करना अत्यधिक फायदेमंद

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एनआइटी राउरकेला के निदेशक प्रो के उमामहेश्वर राव ने कहा कि केवल बैठने और सांस लेने की दैनिक दिनचर्या से हम एक बेहतरीन अनुभव ले सकते हैं. आज की तेज-तर्रार दुनिया में अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण कई युवा उच्च रक्तचाप और हृदय संबंधी समस्याओं का सामना करते हैं. योग को दैनिक दिनचर्या में शामिल करना अत्यधिक फायदेमंद हो सकता है. योग की आवश्यकता के बारे में बताते हुए वैल्यू एडेड और एक्स्ट्रा एकेडमिक एक्टिविटी सेल के अध्यक्ष प्रोफेसर शुभंकर पॉल ने कहा कि एनआइटी राउरकेला स्नातक छात्रों के लिए नयी शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप एनसीसी, एनएसएस, शारीरिक शिक्षा, मूल्य शिक्षा और नैतिकता, आत्मरक्षा, संगीत, विदेशी भाषा, सतत जीवन आदि जैसे पाठ्यक्रम और सहित कई अन्य पाठ्यक्रम प्रदान करता है.

प्रतियोगिताओं के विजेता सम्मानित

छात्र मामलों के डीन प्रो एस जेना ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया. रजिस्ट्रार प्रो रोहन धीमान भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए और छात्रों को परिसर समुदाय के भीतर योग के महत्व को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया. डॉ विनोद बी साहू ने धन्यवाद प्रस्ताव के साथ उद्घाटन सत्र का समापन किया. दिन के अन्य सत्रों में डॉ विश्वजीत महापात्रा, प्रोफेसर पतितापवन दास, आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक डॉ गिरिजा शंकर दास ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया. कार्यक्रम का समापन एनआइटी राउरकेला योग क्लब के छात्रों द्वारा योग प्रदर्शन के साथ हुआ. केंद्रीय विद्यालय-एनआइटी राउरकेला के छात्रों ने भी योग आसन का अभ्यास करके और उनके लाभों के बारे में सीखकर योग दिवस मनाया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version