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ओडिया, बांग्ला समेत जनजातीय भाषा शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया जून से शुरू होगी: चंपाई सोरेन

स्कूलों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जून महीने से प्रांरभ कर दी जायेगी. भाषा और सामाजिक व्यवस्था को लुप्त नहीं होने दिया जायेगा. राज्य सरकार भाषा और सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने का पक्षधर है

By Dashmat Soren | May 22, 2024 4:53 PM
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जमशेदपुर: मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि ओडिया, बांग्ला समेत अन्य जनजातीय भाषाओं की प्राथमिक स्तर से शुरू करायी जायेगी. हर जिले की भाषावार बच्चों की रिपोर्ट ले गयी है. उसी अनुरूप स्कूलों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया जून महीने से प्रांरभ कर दी जायेगी. भाषा और सामाजिक व्यवस्था को लुप्त नहीं होने दिया जायेगा. राज्य सरकार भाषा और सामाजिक व्यवस्था को मजबूत करने का पक्षधर है. यह बातें मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने बुधवार को बिष्टुपुर माइकल जॉन प्रेक्षागृह में आयोजित ओडिया समाज के बंधु मिलन समारोह में कही. उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में निजीकरण और आउटसोर्सिंग प्रथा की शुरूआत हुई है. जबकि राज्य सरकार इस निजीकरण और आउटसोर्सिंग प्रथा का पक्षधर नहीं है. इसका राज्य सरकार पूरजोर विरोध करती है. क्योंकि इसकी वजह से पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हो रहे हैं. इस प्रथा कि वजह से मुठ्ठी भर लोगों के हाथ में सारा व्यवस्था चला गया है. पूंजीपति व उद्योगपति अपने तरीके से कार्य कर रहे हैं और गरीब-गुरबों का शोषण कर रहे हैं. ओडिया समाज के कार्यक्रम को मंत्री सत्यानंद भोक्ता, झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य व इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी समीर मोहंती ने भी संबोधित किया. मौके पर ओडिया समाज के प्रदीप कुमार जेना, बादल भुइयां, संजीव कुमार सामत, तरुण कुमार मोहंती, विभूति मोहंती, सनत आचार्य आदि मौजूद थे.
आर्थिक व शैक्षणिक स्थिति को दूरस्त करना होगा
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार हर समाज व समुदाय को समृद्ध व विकसित करना चाहता है. सबों को आगे बढ़ने के लिए समान अवसर देना चाहता है. इसलिए हर समाज व समुदाय की आर्थिक शैक्षणिक स्थिति दूरस्त करने की दिशा में सरकार निरंतर कार्य कर रहा है. क्योंकि जबतक शैक्षणिक स्थिति मजबूत नहीं होगा, तबतक समाज आगे बढ़ने का रास्ता खोज नहीं सकेगा. वहीं आर्थिक स्थिति का कमजोर होना भी समाज को आगे बढ़ने में बहुत बढ़ा रोढ़ा है. इसलिए हर गरीब परिवार की आर्थिक स्थिति कैसे दुरस्त हो इस दिशा में कारगर प्रयास किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार स्थायी नौकरी का पक्षधर है. स्थायी प्रवृति के काम में अस्थायी कर्मचारी को रखना उनके साथ छल करना है. उन्होंने कहा कि उसने जमशेदपुर शहर से ही मजदूर आंदोलन से अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी. उन्हें परिवार के दुख-दर्द का एहसास है. उन्होंने अपने संघर्ष व आंदोलन के बाद सैकड़ों कर्मचारियों को स्थायीकरण करवाया था.
चुनाव में समीर मोहंती को समर्थन देने की अपील की
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि गठबंधन सरकार धरातल पर काम करना चाहती है. हम जो वादा करते हैं उसे पूरा भी करते हैं. जुमलेबाजी करना हमारा काम नहीं है. वर्तमान समय सोच समझकर निर्णय लेने का समय है. इसलिए इस बात का पूरा ख्याल रखने की जरूरत है कि कहीं भूल से गलत न हो जाये. अन्यथा पूरे पांच साल तक पश्चाताप करना पड़ेगा. उन्होंने ओडिया समाज से अपील करते हुए कहा कि गठबंधन सरकार ने काफी सोच विचार करने के बाद आपके समाज के बेटे समीर मोहंती को जमशेदपुर संसदीय सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. आप अपने बेटे को अपना कीमत वोट देकर संसद में पहुंचाने का काम करें. समीर मोहंती आपकी आवाज में संसद में उठाने का काम करेगा.

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