नयी दिल्ली : गुजरात विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने राष्ट्रीय महिला आयोग के समक्ष शिकायत की है कि एक व्यक्ति ने उसकी ऑनलाइन कक्षा के दौरान सिस्टम को हैक किया और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया .
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ऑनलाइन दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता प्रकट करते हुए आयोग ने कहा कि उसने इस घटना का संज्ञान लिया और मामले की तत्काल जांच के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा को पत्र लिखा.
महिला आयोग ने एक बयान में यह भी कहा कि इस मामले में दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उसने कहा, ”आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया और हम इस साइबर अपराध की घटना से स्तब्ध हैं. इंटरनेट पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमें चिंता है.”
दूसरी तरफ ऑनलाइन क्लास और मीटिंग पर भी संकट
क्लास और मीटिंग के लिए ज्यादातर जगहों पर जूम एप का इस्तेमाल हो रहा है. गृहमंत्रालय ने इस एप को सुरक्षित नहीं माना है. पैरंट्स को मेसेज भेजकर इस ऐप को डिलीट करने का निर्देश दिया जा रहा है. अन्य सुरक्षित ऑनलाइन प्लैटफॉर्म पर पढ़ाई को शुरू करवााया जाएगा.
ज्यादातर स्कूलों में ऑनलाइन क्लास भी बंद कर दिया गया है. स्कूल भी इस एप को हटा रहे हैं. जल्द ही नए ऑनलाइन प्लैटफॉर्म से पढ़ाई शुरू करने को लेकर स्कूल नियम बना रहे हैं. ज्यादातर जगहों पर जूम का ही इस्तेमाल हो रहा था.
गृहमंत्रालय की प्रतिक्रिया के बाद कई जगहों पर इस एप को हटा दिया गया. इस एप को लेकर सचेत करते हुए गृहमंत्रालय ने कहा, साइबर अपराधी इसके जरिए लोगों और संगठनों की संवेदनशील और गोपनीय जानकारी चुरा रहे हैं. बच्चों के चेहरे, आवाज और निजी जानकारी चोरी होने का खतरा है.
इंडिपेंडेट स्कूल फेडरेशन आफ इंडिया के अध्यक्ष सुभाष जैन ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में बताया सुभाष जैन ने कहा कि जूम ऐप को लेकर सभी सीबीएसई स्कूलों को एडवाइजारी जारी कर दी गई है. अधिकतर स्कूल इस ऐप पर पढ़ाई बंद कर चुके हैं. सेंट मैरी स्कूल की अभिभावक अंजलि शर्मा ने बताया कि स्कूल ने मेसेज करके इस ऐप को डिलीट किए जाने का नोटिस भेजा है. ऐप डिलीट कर दिया है.