बिहार में एक और पकड़ौआ विवाह! मेला देखने के बहाने बुलाया, मारपीट के बाद बेहोशी की हालत में करा दी शादी
बिहार में पकड़ौआ विवाह की एक और घटना सामने आयी है. सहरसा जिले में एक युवक की जबरन शादी करा दी गयी.
बिहार में पकड़ौआ विवाह का एक और मामला सामने आ गया है. घटना सहरसा जिले की है जहां नशा खिलाकर बेहोशी की हालत में जबरन मारपीट करके युवक की शादी कराने की शिकायत थाने में आयी है. युवक को परिजनों ने जख्मी हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. यह मामला सिमरी बख्तियारपुर के भटोनी पंचायत के कोरबा गांव का बताया जा रहा है. मेला देखने के बहाने बुलाकर शादी करा देने की बात कही जा रही है.
सहरसा में पकड़ौआ विवाह का मामला..
सहरसा में मारपीट कर जबरन शादी कराने का मामला सामने आया है. पीड़ित युवक को परिजनों ने जख्मी हालत में सदर अस्पताल में भर्ती कराया है. युवक के परिजनों ने सदर थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगायी है. परिजनों ने बताया कि 26 वर्षीय युवक राहुल कुमार बैजनाथपुर इटहरा गांव का रहने वाला है. जो सदर थाना के भवी साह चौक पर लॉज में रहकर पढ़ाई के साथ-साथ ट्यूशन पढ़ाता है. शुक्रवार की देर शाम रणवीर कुमार, अजित कुमार अपने सहयोगी के साथ राहुल कुमार की लॉज पर आया और मेला देखने के बहाने सिमरी बख्तियारपुर थानां क्षेत्र के बोरबा गांव संजय यादव के यहां ले गया.
मेला देखने के बहाने बुलाया, नशे की दवा खिलाकर करा दी शादी..
पीड़ित युवक के परिजनों ने बताया कि मेला देखने के बहाने ले जाकर उक्त लोगों ने राहुल कुमार को नशे की दवाई खिला दी और उसके साथ मारपीट किया. उसके बाद बेहोशी की हालत में ही राहुल की शादी संजय यादव की बेटी से करवा दी गयी. युवक के परिजन को जब इसका पता चला तो वो अपने लोगों के साथ संजय यादव के यहां पहुंचे और युवक को बेहोशी की हालत में उठाकर लाया. युवक को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां राहुल कुमार इलाजरत है.
बोले थानेदार..
वहीं इसमामले को लेकर सदर थानाध्यक्ष श्रीराम सिंह ने कहा कि घटना को लेकर जानकारी प्राप्त है. छानबीन की जा रही है. छानबीन के बाद अग्रतर कार्रवाई की जायेगी.
पिछले साल हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक गरमाया मुद्दा
गौरतलब है कि बिहार में पिछले साल भी पकड़ौआ विवाह का मामला गरमाया रहा था. खासकर एक बीपीएससी शिक्षक की शादी के मामले ने काफी तूल पकड़ा था. वैशाली जिले में पातेपुर थाना क्षेत्र के एक स्कूल में योगदान दिए शिक्षक को अगवा कर लिया गया था और कुछ लोगों ने अपने ही यहां की लड़की से उसकी जबरन शादी करा दी थी. शिक्षक को बंदूक के नोक पर विवाह करने पर मजबूर किया गया था. अपहरण के बाद शादी कराने के इस मामले ने पुलिस की भी नींद उड़ा दी थी. मामला थाना पहुंचा और ताबड़तोड़ कार्रवाई की गयी थी.
क्या है पकड़ौआ विवाह..
बिहार में पकड़ौआ विवाह का पुराना और दागदार इतिहास रहा है. लड़की पक्ष के लोग ऐसे मामले में लड़के को अगवा कर लेते हैं. उन्हें जबरन अपने घर की लड़की से शादी करा दिया जाता है. ऐसे ही विवाह को पकड़ौआ विवाह कहा जाता है. पटना हाईकोर्ट ने पिछले साल एक ऐसे ही मामले में सुनवाई करते हुए इस तरह की शादी को रद्द करने का आदेश दे दिया था. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने पटना हाईकोर्ट के आदेश पर फिलहाल रोक लगा दी थी. बताते चलें कि 1980 और उससे पहले इस तरह की शादी के कई मामले आए दिन सामने आते थे. ऐसी शादियों पर फिल्में और टीवी सीरियल तक बने हैं.