धनबाद : डेको के जरलाही फेस में हाइवाल का ओबी गिरने से मची अफरातफरी
बताया जा रहा है कि हाइवाल का ओबी बोल्डर खदान की पानी निकासी पाइप पर आ गिरा. इससे पाइप फट गयी और प्रेशर से टुकड़ों में मलबा नीचे कोयला फेस में ब्लास्टिंग के लिए खड़ी बारूद गाड़ी पर गिरने लगा.
बीसीसीएल बरोरा एरिया की डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के जरलाही कोयला फेस में हाइवाल का मलबा गिरने से बीसीसीएल के ब्लास्टिंग अधिकारी अनंत कुमार मिश्रा, आइओ सीएल कंपनी के तीन ठेका कर्मी मनोहर सच्चर, द्वारिका महतो व पूरन महतो सहित चार लोग घायल हो गये. घटना के बाद अफरातफरी मच गयी. आनन-फानन में घटनास्थल पर मौजूद अन्य अधिकारी व कर्मियों ने जख्मी चारों लोगों को बीसीसीएल के डुमरा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. सूचना पाकर कोलियरी प्रबंधक यशवंत सिंह राजपूत, इएंडएम मैनेजर अभय नारायण सहित अन्य अधिकारी तथा एटक नेता संतोष गोराईं अस्पताल पहुंचे और घायलों की जानकारी ली. इलाज के बाद चिकित्सकों ने चारों को छोड़ दिया.
कैसे घटनी घटना
बताया जा रहा है कि हाइवाल का ओबी बोल्डर खदान की पानी निकासी पाइप पर आ गिरा. इससे पाइप फट गयी और प्रेशर से टुकड़ों में मलबा नीचे कोयला फेस में ब्लास्टिंग के लिए खड़ी बारूद गाड़ी पर गिरने लगा. इससे उसका शीशा सहित अन्य हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. इस दौरान कोयला फेस में ब्लास्टिंग के लिए चार्जिंग कर रहे आइओसीएल के कर्मी और ब्लास्टिंग अधिकारी भागने के दौरान गिर पड़े, जिससे ये चारों जख्मी हो गये. ब्लास्टिंग अधिकारी को सिर जबकि ठेका कर्मी मनोहर सच्चर तथा द्वारिका महतो को पैर में चोट लगी है.
संभावित खतरे को कर्मियों ने ब्लास्टिंग अधिकारी को बताया था
सुरक्षा नियम तथा बेंच सिस्टम नहीं होने से दुर्घटना का खतरा यहां बना रहता है. लेकिन ब्लास्टिंग अधिकारी ने इसे संज्ञान में नहीं लिया. एटक नेता संतोष गोराईं ने प्रबंधन पर सुरक्षा नियम को ताक पर रखकर उत्पादन करने का आरोप लगाया, जबकि एएमपी कोलियरी मैनेजर यशवंत सिंह राजपूत ने कहा कि भागने के क्रम में चार लोगों को कुछ चोटें आयी हैं. नियमानुसार ही काम किया जा रहा था.