बिहार: कटिहार को मिला पहला फोरलेन, नारायणपुर-पूर्णिया फोरलेन सड़क से इन जिलों का सफर अब हो गया आसान..
कटिहार का पहला फोरलेन अब तैयार है. नारायणपुर-पूर्णिया फोरलेन से अब सीमांचल के जिलों का सफर आसान होगा..
बिहार को करोड़ों रुपए की योजनाओं की सौगात और मिलने जा रही है. सीमांचल के लिए भी खुशखबरी है. नारायणपुर-पूर्णिया फोरलेन का लोकार्पण भी पीएम मोदी ने सोमवार को किया है. यह फोरलेन सड़क 2494 करोड़ की लागत से बनायी गयी है. कटिहार जिले के लिए भी ये बड़ी सौगात है. दरअसल, कटिहार के लिए यह पहली फोरलेन सड़क है. अब सीमांचल के जिलों में सफर करना और आरामदायक होगा. पूर्णिया, अररिया, कटिहार व किशनगंज समेत कई जिलों में अब आवागमन में सुविधा मिलेगी. जबकि झारखंड और पश्चिम बंगाल का भी सफर आसान होगा.
कटिहार को मिला पहला फोरलेन सड़क
कटिहार जिले के लोगों को पहला फोरलेन सड़क सोमवार को मिलने जा रहा है. कटिहार जिले के नारायणपुर से पूर्णिया के बीच 49 किलोमीटर में इस सड़क का निर्माण 2494 करोड़ की लागत से कराया गया है. इस सड़क के बन जाने से कटिहार जिलेवासियों को पूर्णिया, अररिया, किशनगंज आदि जिलों में आवागमन में सुविधा प्रदान होगी.बता दें कि वर्ष 2020 में पीएम नरेंद्र मोदी ने ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस सड़क प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया था. अब इसका लोकार्पण भी पीएम मोदी कर रहे हैं.
जानिए फोरलेन परियोजना में और क्या है..
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटिहार जिला अंतर्गत महत्वपूर्ण फोरलेन सड़क नारायणपुर से पूर्णिया पथ का लोकार्पण के लिए आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि 2494 करोड़ रुपये की लागत से इस परियोजना में दो बड़े पुल, दो फ्लाई ओवर एवं एक बाईपास के साथ-साथ 49 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण हुआ है. यह राजमार्ग बिहार को पड़ोसी राज्य झारखंड एवं बंगाल से तेज सुगम और जाम-मुक्त संपर्कता प्रदान करेगा. यह फोर लेन सड़क कटिहार सहित इस क्षेत्र के विकास के लिए एक बड़ी सौगात हैं. इसके लिए पूर्व उप मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति भी आभार प्रकट किया.
अगले साल से और सुगम हो जाएगा सफर..
पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि गंगा नदी पर मनिहारी व साहिबगंज के बीच पुल का निर्माण अभी चल रहा है. जो अगले साल 2025 में बनकर तैयार हो जायेगा. इसके बाद फोरलेन की महत्ता और अधिक बढ़ जायेगी. बिहार से झारखंड का सफर सुविधाजनक और कम समय में लोग कर पायेंगे. यह फोरलेन सड़क पड़ोसी राज्य झारखंड एवं पश्चिम बंगाल से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ने में मील का पत्थर साबित होगा.