Rajasthan News : राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा शहर में बहुसंख्यक समुदाय के सैकड़ों परिवारों ने कुछ ऐसा आरोप लगाया है जिसकी चर्चा पूरे देश में हो रही है. बहुसंख्यक समुदाय ने आरोप लगाया है कि उन्हें अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. उन्हें क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदायों से खतरा है. मालपुरा कस्बे में बड़ी संख्या में हिंदू परिवारों द्वारा अपने घरों के बाहर असुरक्षा के कारण पलायन करने के लिये मजबूर होने के पोस्टर से हड़कंप मच गया है.
मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि उसने इलाके के सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और इलाके में शांति है. वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस मुद्दे को राजस्थान विधानसभा के बाहर उठाने का काम गुरुवार को किया.
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि टोंक जिले का मालपुरा वो कस्बा है, जहां बहुसंख्यक लोग बेहद शांति से सब लोगों का सम्मान करते हुए रहते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अनेकों बार वहां दंगे देखे गये हैं और सांप्रदायिक तौर पर वहां अशांति के मामले भी सामने आये.
पूनियां ने आरोप भरे लहजे में कहा कि हमें इस बात की जानकारी मिली है कि मालपुरा क्षेत्र में लगभग 300 परिवारों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और डर के माहौल में जीवनयापन कर रहे परिवारों को अपने घर के बाहर पोस्टर भी चस्पा करने पड़े. इस मामले का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिये, जिससे बहुसंख्यक लोग शांति से वहां निवास कर सकें. उन्होंने कहा कि मालपुरा के लोगों को न्याय व सुरक्षित माहौल मिले यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए.
इस बीच, पुलिस ने क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है. टोंक के जिला पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश ने ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पोस्टर हटा दिये गये हैं और हमने रैली निकाल कर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति है और लोग सुरक्षित हैं.
भाषा इनपुट के साथ
Posted By : Amitabh Kumar