अलवर कांड की जांच सीबीआई को सौंपेगी राजस्थान सरकार, अशोक गहलोत ने बैठक कर किया फैसला
कल जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक ने एएनआई न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि लड़की के प्राइवेट पार्ट पर चोट के कोई निशान नहीं है, लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं यह पुलिस ही बता पायेगी.
अलवर बलात्कार मामले की जांच अब सीबीआई करेगी, यह फैसला आज राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में किया गया. राजस्थान सरकार द्वारा मीडिया को दी गयी जानकारी में यह बताया गया है कि जल्दी ही राज्य सरकार इसकी सिफारिश केंद्र सरकार को करेगी.
अशोक गहलोत के नेतृत्व में आयोजित बैठक में गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव, कई वरिष्ठ अधिकारी और जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डाॅ अरविंद शुक्ला शामिल थे. कल जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक ने एएनआई न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा था कि लड़की के प्राइवेट पार्ट पर चोट के कोई निशान नहीं है, लड़की के साथ रेप हुआ है या नहीं यह पुलिस ही बता पायेगी.
Rajasthan Govt decides to handover the investigation of the Alwar rape case to Central Bureau of Investigation (CBI) pic.twitter.com/nU0dFnzRC7
— ANI (@ANI) January 16, 2022
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अलवर रेप पीड़िता के परिजनों से बात की और उन्हें मदद का पूरा आश्वासन दिया. उन्होंने पत्र में कहा है कि यह घटना निंदनीय है और वह उनके साथ खड़ी हैं. प्रियंका गांधी ने अशोक गहलोत से भी इस संबंध में बात की थी.
वहीं भाजपा का कहना है कि सरकार इस मामले में लीपा पोती कर रही है. भाजपा नेता इस घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. हालांकि राज्य सरकार ने एसआईटी गठित की थी. लेकिन एसआईटी की रिपोर्ट से पहले ही पुलिस ने यह कह दिया कि मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई है. इससे विपक्ष हमलावर हो गया और प्रियंका गांधी से तीखे सवाल करने लगा था.
भाजपा के आरोप का जवाब देते हुए कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जो भाजपा बलात्कारियों को बचाती रही है, वो हमसे कैसे सवाल पूछ सकती है. अलवर में जो कुछ हुआ है वह दुखद है और प्रियंका गांधी खुद इस मामले पर नजर रखे हुए हैं. दोषियों को सजा जरूर मिलेगी.
गौरतलब है कि 11 जनवरी की रात को अलवर के तिजारा फाटक के समीप बच्ची बेहोशी की हालत में मिली थी, उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था. पीड़ित बच्ची मानसिक रूप से सामान्य नहीं है और वह बोलने में भी असमर्थ है.