प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की कवायद, सीएम की दौड़ में वसुंधरा राजे सबसे आगे! 25 विधायकों ने की मुलाकात
राजस्थान में कौन होगा सीएम इसको लेकर बीजेपी में मनन चल रहा है तो वसुंधरा राजे के आवास पर जुटे विधायकों को लेकर कहा जा रहा है कि यह राजे का शक्ति प्रदर्शन हो सकता है. नवनिर्वाचित विधायकों ने सिविल लाइंस में राजे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की है.
Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान समेत छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के सियासी रण में बीजेपी की प्रचंड जीत हुई है. तीनों राज्यों में कांग्रेस समेत तमाम दल चारों खाने चित्त हो गई है. प्रचंड जीत के बाद तीनों राज्यों में सरकार बनाने की कवायद में जुट गई है. उधर सीएम प्रत्याशी को लेकर भी पार्टी में माथापच्ची हो रही है. राजस्थान में भी यही हाल है. सीएम की दौड़ में कई नाम सामने आ रहे हैं. हालांकि बताया जा रहा है सीएम की रेस में वसुंधरा राजे का नाम सबसे आगे है. पार्टी के 25 से अधिक नवनिर्वाचित विधायकों ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर उनसे मुलाकात की. राजे से मुलाकात करने वालों में शामिल कुछ लोग मीडिया से बात करने से कतराते रहे. कई अन्य ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया और उनमें से कुछ ने अपनी पसंद का संकेत भी दिया.
राजे कर रही हैं शक्ति प्रदर्शन!
राजस्थान में कौन होगा सीएम इसको लेकर बीजेपी में मनन चल रहा है तो वसुंधरा राजे के आवास पर जुटे विधायकों को लेकर कहा जा रहा है कि यह राजे का शक्ति प्रदर्शन हो सकता है. नवनिर्वाचित विधायकों ने सिविल लाइंस में राजे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की है. मुलाकात करने वाले विधायकों में कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रेम चंद बैरवा, ललित मीणा, बहादुर कोली, प्रताप सिंह सिंघवी, कालू लाल मीणा, शंकर सिंह रावत, विजय सिंह चौधरी एवं अन्य शामिल थे.नसीराबाद विधायक रामस्वरूप लांबा ने कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वसुंधरा राजे के कामों को देखा है और मुख्यमंत्री को लेकर फैसला संसदीय बोर्ड करेगा.
गौरतलब है कि राजे पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और दो बार प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. वहीं, विधायक रामस्वरूप लांबा जब पूछा गया कि क्या पार्टी के सभी विधायक मुख्यमंत्री पद के लिए राजे का समर्थन करेंगे, तो उन्होंने कहा कि विधायक उनके साथ हैं. गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव के सोमवार को घोषित नतीजों में भाजपा को 199 सीट में से 115 सीट मिली हैं.
राजस्थान में रिवाज कायम, राज बदला
गौरतलब है कि राजनीतिक गलियारों में राजस्थान के विधानसभा चुनाव को राज और रिवाज बदलने की लड़ाई के रूप में देखा जाता रहा है. बीते कुछ दशकों में, परंपरागत रूप से राज्य में हर विधानसभा चुनाव में सरकार बदल जाती है. एक बार कांग्रेस, एक बार बीजेपी. और यह परंपरा इस बार भी कायम रही. राज्य में 200 में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को मतदान हुआ था जहां 75.45 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले. राज्य की करणपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया है.
भाषा इनपुट से साभार