राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि धनबल एवं केंद्रीय एजेंसियों के दम पर भाजपा विपक्षी पार्टियों को खत्म कर देना चाहती है. गहलोत ने कहा धनबल एवं केंद्रीय एजेंसियों के दम पर भाजपा विपक्षी पार्टियों को खत्म कर देना चाहती है, इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट में कहा, महाराष्ट्र में आज जो राजनीतिक घटनाक्रम हुआ है, वो दिखाता है कि धनबल एवं केंद्रीय एजेंसियों के दम पर भाजपा विपक्षी पार्टियों को खत्म कर देना चाहती है. इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है.
गहलोत ने कहा, कल तक अजित पंवार सहित जिन नेताओं पर भाजपा भ्रष्टाचार के आरोप लगाती थी, उन सभी को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया. भाजपा विपक्षी पार्टियों के एक साथ आने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से ही घबराई हुई है जिसके कारण केंद्रीय एजेंसियों से दबाव डालकर क्षेत्रीय दलों को तोड़ रही है. उन्होंने कहा, भाजपा कितना भी कुप्रयास कर ले, जनता ने तय कर लिया है कि लोकतंत्र की हत्या के इन प्रयासों को नाकाम कर समय आने पर अनुकूल जवाब देगी. उल्लेखनीय है कि गहलोत का यह बयान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार के आठ अन्य विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे नीत महाराष्ट्र सरकार में शामिल होने के बाद आया है.
मुंबई स्थित राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल रमेश बैस ने अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई, जबकि आठ अन्य राकांपा नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले राकांपा नेताओं में छगन भुजबल, दिलीप वल्से पाटिल, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, अदिति तटकरे, धर्मराव अत्राम, अनिल पाटिल और संजय बनसोडे शामिल हैं.