राहुल गांधी को कांग्रेस का अगला अध्यक्ष बनाने की कवायद तेज, अशोक गहलोत बोले- पद स्वीकार करें राहुल
राहुल गांधी अगर अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इससे कांग्रेस में निराशा आएगी. कई लोग घर बैठ जाएंगे और हम लोगों को तकलीफ होगी. उनको (राहुल) पार्टी से जुड़े लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह पद स्वीकार करना चाहिए
कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर जारी सरगर्मियों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि पार्टी में एकजुट राय राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने में है और देश भर में कांग्रेसियों की भावनाओं को समझते हुए राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष का पद स्वीकार कर लेना चाहिए. साथ ही गहलोत ने कहा कि अगर राहुल पार्टी के अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इससे कांग्रेस से जुड़े लोग निराश होंगे. पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर अटकलों के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने यहां संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी को ही अध्यक्ष बनना चाहिए.
निराश होंगे कांग्रेसी: गहलोत ने कहा , ‘‘राहुल गांधी अगर अध्यक्ष नहीं बनते हैं तो इससे कांग्रेस में निराशा आएगी. कई लोग घर बैठ जाएंगे और हम लोगों को तकलीफ होगी. उनको (राहुल) पार्टी से जुड़े लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह पद स्वीकार करना चाहिए.’ गहलोत ने कहा कि पार्टी के भीतर भी एक राय है कि राहुल गांधी को नया अध्यक्ष बनना चाहिए. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ बीते 32 साल में इस परिवार का कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं बना तो फिर (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी इस परिवार से डरते क्यों हैं.
दिल्ली के सीए अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि 75 साल में कुछ नहीं हुआ देश में. तो सब लोग कांग्रेस पर ही हमला क्यों करते हैं. क्योंकि कांग्रेस पार्टी और देश का डीएनए एक है. कांग्रेस सभी धर्मों और वर्गों को साथ लेकर चलती है.” गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने बीते 75 साल में देश में लोकतंत्र को जिंदा रखा है जिसकी बदौलत ही आज मोदी देश के प्रधानमंत्री व केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी एक बार फिर जीतेगी.
गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार ने आटा, दूध, दही, छाछ पर जीएसटी लगा दिया और अब लोगों को गुमराह किया जा रहा है कि राज्य सरकारों की सहमति से निर्णय किया गया है. उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने इन वस्तुओं पर जीएसटी ना लगाने हेतु दो बार पत्र भेजा था और अपनी असहमति व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बढ़ती मंहगाई एवं बेरोजगारी के खिलाफ पांच अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी वाद्रा सहित सभी कांग्रेसियों ने काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन किया जिसके बाद केन्द्र सरकार बचाव की मुद्रा में आई तथा भाजपा के केन्द्रीय नेता घबरा गए.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के प्रदर्शन से डरकर काला जादू जैसी बातें करने लग गये, जबकि वास्तविकता यह है कि देश में आर्थिक असमानता बढ़ रही है. अमीर और गरीब के बीच की खाई और बढ़ गई है तथा पूंजी एक जगह एकत्रित हो रही है.” उन्होंने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के योगदान को याद किये बिना आजादी का अमृत महोत्सव कामयाब नहीं हो सकता.