युवाओं के भरोसे कांग्रेस राजस्थान में फिर करेगी जीत दर्ज ? लिया गया ये बड़ा फैसला
Rajasthan Election 2023 : अखिल भारतीय कांग्रेस समिति का तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर हाल ही में उदयपुर में संपन्न हुआ था. इसमें सभी स्तर की कांग्रेस समितियों में 50 फीसदी पदों पर 50 साल से कम उम्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था.
राजस्थान में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले कांग्रेस प्रदेश में फोकस कर रही हैं. कांग्रेस का चिंतन शिविर भी उदयपुर में पिछले दिनों आयोजित किया गया था. अब खबर आ रही है कि राजस्थान में कांग्रेस की जिला कार्यकारिणी के गठन में पार्टी के नव संकल्प शिविर में पारित प्रस्तावों का अनुपालन किया जाएगा, जिसके तहत 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के कार्यकर्ताओं को दिये जाएंगे.
क्या है दिशा निर्देश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पार्टी के जिलाध्यक्षों को इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं. डोटासरा ने जिलाध्यक्षों से कहा है कि वे नव संकल्प शिविर में पारित प्रस्तावों का पालन करते हुए जिला कार्यकारणी के 50 फीसदी पदों पर 50 साल से कम उम्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं, महिलाओं और अल्पसंख्यक, ओबीसी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के सदस्यों को न्याय संगत प्रतिनिधित्व देते हुए अगले तीन दिनों में एक प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजवाएं. राजस्थान के कई जिलों में पार्टी के जिला अध्यक्षों के पद लंबे समय से खाली हैं. पार्टी ने पिछले साल दिसंबर में 13 जिलों में जिला अध्यक्ष सहित कई संगठनात्मक नियुक्तियां की थीं.
तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर के बाद फैसला
गौरतलब है कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति का तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर हाल ही में उदयपुर में संपन्न हुआ था. इसमें सभी स्तर की कांग्रेस समितियों में 50 फीसदी पदों पर 50 साल से कम उम्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया था. साथ ही ओबीसी, अल्पसंख्यक, अनुसूचित जाति एंव जनजाति समुदाय के सदस्यों और महिलाओं का न्याय संगत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने को कहा गया था.
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चिंतन शिविर में क्या हुआ
कांग्रेस ने तीन दिनों के चिंतन शिविर के समापन के बाद गत रविवार को ‘बडे सुधारों’ की घोषणा की जिनमें मुख्य रूप से पार्टी में युवाओं की भूमिका बढ़ाने पर जोर दिया गया है. पार्टी में ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फार्मूला लागू करने, संगठन में हर स्तर पर युवाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व देने और अगले लोकसभा चुनाव से 50 प्रतिशत टिकट 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का भी फैसला किया गया. चिंतन शिविर में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस कड़वी सच्चाई को भी स्वीकार किया कि जनता के साथ कांग्रेस का संपर्क टूट चुका है और इसे फिर से जोड़ने के लिए नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को लोगों के बीच जाना होगा.
भाषा इनपुट के साथ