Coronavirus Lockdown : पैदल चल रहे श्रमिकों को उत्तर प्रदेश सीमा तक छोड़ने के लिए राजस्थान रोडवेज ने भेजी 110 बसें

coronavirus lockdown : buses of rajasthan roadways carrying laborers of uttar pradesh upto up border जयपुर : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (Rajasthan State Road Transport Corporation) ने रविवार को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (Jaipur-Agra National Highway) पर पैदल चल रहे श्रमिकों (Migrant Laborers) को उनके गंतव्य या उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सीमा तक छोड़ने की नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था की. रोडवेज प्रशासन के अनुसार, रविवार दोपहर तक 62 बसें उत्तर प्रदेश सीमा तक श्रमिकों को पहुंचा चुकी थी. इसके बाद 110 बसें रवाना की गयीं. इसके साथ ही निजी बसें चलाने का भी निर्णय किया गया है.

By Mithilesh Jha | March 30, 2020 8:31 AM
an image

जयपुर : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (Rajasthan State Road Transport Corporation) ने रविवार को जयपुर-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग (Jaipur-Agra National Highway) पर पैदल चल रहे श्रमिकों (Migrant Laborers) को उनके गंतव्य या उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की सीमा तक छोड़ने की नि:शुल्क यात्रा की व्यवस्था की. रोडवेज प्रशासन के अनुसार, रविवार दोपहर तक 62 बसें उत्तर प्रदेश सीमा तक श्रमिकों को पहुंचा चुकी थी. इसके बाद 110 बसें रवाना की गयीं. इसके साथ ही निजी बसें चलाने का भी निर्णय किया गया है.

रोडवेज के प्रबंध निदेशक नवीन जैन ने बताया कि जयपुर से आगरा रोड पर बड़ी संख्या में श्रमिक यूपी सीमा की ओर पैदल ही चल रहे हैं. ऐसे में रविवार को जिला कलेक्टर डॉ जोगाराम, परिवहन विभाग के आयुक्त एवं शासन सचिव रवि जैन एवं अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल सिंह लाम्बा की बैठक में उन्हें जल्द उत्तर प्रदेश सीमा में उनके गंतव्य तक पहुंचाने का निर्णय किया गया.

श्री जैन ने बताया कि ये बसें आम नागरिकों के लिए नहीं है, यें केवल उन प्रवासी श्रमिकों के लिए हैं, जो सड़क पर चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि रविवार से निजी बसों को भी चलाया जा रहा है, लेकिन ये बसें भी केवल आगरा रोड पर चल रहे केवल प्रवासी श्रमिकों को ही उनके गंतव्य तक पहुंचायेगी. श्री जैन ने आमजनों एवं विद्यर्थियों को सलाह दी कि वे लॉकडाउन का पूरी तरह पालन करें और इन बसों में यात्रा की कोशिश न करें.

इस बीच राज्यपाल कलराज मिश्र ने पलायन कर रहे लोगों से अपील की, ‘आप सभी लोग मेरे अनुरोध को सुनें, उस पर मनन करें. जहां हैं, वहीं रुके. आपकी आवास व भोजन की व्यवस्था हमारे प्रशासन की जिम्मेदारी है. प्रशासन इस कार्य को बड़ी ही शालीनता से कर रहा है.’

उन्होंने कहा, ‘मैंने मीडिया में एक साथ बहुत से लोगों को ट्रक में और पैदल जाते हुए देखा. यह देख मुझे दुख हुआ. मैं व्यथित हो गया हूं और चिंता भी हो रही है. आपलोग इस परिस्थिति को समझें. हमें कोरोना से डरना नहीं है, उससे लड़ना है. उसे पीठ दिखाकर भागना नहीं है. उसका सामना करना है. इसलिए आपलोग हिम्मत रखें. राज्य सरकार पूरी तरह आपके साथ खड़ी है.’

Exit mobile version