जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) के टोंक (Tonk) के 5 और बीकानेर (Bikaner) के 2 लोगों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की पुष्टि हुई है. ये लोग दिल्ली के निजामुद्दीन (Nizamuddin) स्थित मरकज (Markaz) के तबलीगी जमात (Tablighi jamaat) में शामिल हुए थे. वहीं कोविड-19 (COVID19) से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आये थे. इस तरह पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 140 हो गयी है. इसमें 2 लोग इटली (Italy) के नागरिक हैं, जबकि 16 अन्य तबलीगी जमात से लौटे लोग हैं. स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार (3 अप्रैल, 2020) को यह जानकारी दी.
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उधर, जयपुर शहर की घनी आबादी वाला रामगंज इलाका कोरोना संक्रमण का नया केंद्र बन गया है. दो दिन में संक्रमण के 20 नये मामले सामने आने से राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों की पेशानी पर चिंता की लकीरें हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने बताया कि राजधानी जयपुर के रामगंज इलाके में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमित सात नये मामले सामने आये हैं.
इससे पहले बुधवार को यहां से 13 मामले सामने आये थे. इस इलाके में कुल मामलों की संख्या 33 हो गयी है. वहीं, 41 कोरोना संक्रमित मामलों के साथ जयपुर शहर राज्य में पहले नंबर पर है, जबकि भीलवाड़ा 26 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर. रामगंज का मामला अधिकारियों के लिए चिंता का विषय इसलिए भी बना हुआ है, क्योंकि यहां संक्रमित पाये गये 17 लोग उसी एक व्यक्ति के करीबी संपर्क वाले हैं, जो सबसे पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था.
श्री सिंह के अनुसार, एक ही व्यक्ति से 17 लोगों को संक्रमण होना हालात की गंभीरता को प्रकट करता है. उल्लेखनीय है कि रामगंज इलाके में पश्चिम एशिया से एक 45वर्षीय व्यक्ति 12 मार्च को दिल्ली हवाईअड्डे पर आया. उसी दिन वह बस से जयपुर आ गया. 26 मार्च को जांच में वह संक्रमित पाया गया. लेकिन, इस दौरान वह अपने परिवार, पहचान के अनेक लोगों से मिला व संपर्क में आया.
एक दिन के बाद उसके दोस्त और 10 परिजनों को कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. अब तक कुल 17 लोग ऐसे सामने आये हैं, जो उसके करीबी हैं. 10 तो उसके परिवार वाले ही हैं. प्रशासन व स्वास्थ्य अधिकारियों ने 125 लोगों को पृथक रखा हुआ है. रामगंज जयपुर के परकोटे में यानी पुराने जयपुर में पड़ता है. यहां घनी आबादी है. प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए यहां बेमियादी कर्फ्यू लगाया है. पूरे इलाके को सैनीटाइज किया गया है.
यहां हर घर और हर व्यक्ति की जांच की जा रही है. इलाके में वाहनों तक को विसंक्रमित किये बिना जाने की अनुमति नहीं है. लोगों के छतों पर इकट्ठा होने की शिकायतों के बाद बुधवार को इलाके में अनेक ड्रोन तैनात कर दिये गये हैं और लोगों से अपील की जा रही है कि वे सामाजिक दूरी का पालन करें.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में तबलीगी जमात के संपर्क में आने के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में पहुंचे लोगों से अपील की है कि वे संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से संपर्क कर तुरंत अपना परीक्षण करायें. यह उनके खुद के जीवन के साथ ही पूरी मानवता, समाज एवं देश के हित में है. गहलोत ने गुरुवार को कोरोना वायरस के कारण पैदा स्थिति को लेकर उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा की. उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन की जानकारी मिलते ही तुरंत इसे रोकना चाहिए था, चाहे विरोध का सामना भी करना पड़ता.
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में हिस्सा लेकर लौटे सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे डरें नहीं, स्वास्थ्य कर्मी, प्रशासन और पुलिस का सहयोग करें. उन्होंने कहा है कि देश में लगभग 171 व्यक्ति इस संक्रमण से मुक्त हुए हैं और बचाव संभव है. मिश्र ने विभिन्न धर्मों के महंत, मौलाना, पादरी और गुरुओं से अनुरोध किया है कि वे कोरोना वायरस संक्रमण की वैश्विक महामारी से बचाव के लिए जरूरी जांच में बिना कोई धार्मिक भेद-भाव किये सहयोग करें.