Election Result 2023: औंधे मुंह गिरा जातीय गणना का मुद्दा, मोदी गारंटी पर लोगों ने जताया भरोसा
Assembly Election Result: पीएम मोदी ने गरीबों की गणना का आह्वान किया और उनकी इस अपील ने सारी बिसात ही पलट कर रख दी. जातिगत गणना का मुद्दा औंधे मुंह जमीन पर गिरा. लोगों को यह बात समझ में आ रही है कि युवाओं को नौकरी चाहिए, न कि जातिगत गणना.
Assembly Election Result: मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा को मिली जीत के बाद पीएम मोदी की गारंटी न सिर्फ राहुल गांधी की गारंटी पर भारी पड़ गयी है, बल्कि इसने राजनीति में कई एजेंडे को क्लीयर कर दिया है. जातिगत गणना पर भाजपा को देशभर में घेरने की योजना बना कर राहुल ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इस एजेंडे को टॉप पर रखा. उन्होंने अपनी रैलियों में कहा, कांग्रेस की सरकार बनते ही जातिगत गणना करायी जायेगी. राहुल ने ओबीसी का मुद्दा भी जबरदस्त तरीके से उठाया. दूसरी तरफ, भाजपा का जातिगत गणना को लेकर स्टैंड क्लीयर था. 30 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों से बात करते हुए कहा, विकसित भारत का संकल्प चार अमृत स्तंभों पर टिका है. ये अमृत स्तंभ हैं, हमारी नारी शक्ति, हमारी युवा शक्ति, हमारे किसान और हमारे गरीब परिवार. मेरे लिए तो सबसे बड़ी जाति है ‘गरीब’.
कुछ लोग जाति आधारित गणना के माध्यम से देश के हिंदुओं को बांटने का काम कर रहे हैं. उनके लिए गरीब ही सबसे बड़ी जाति और सबसे बड़ी आबादी है. पीएम मोदी ने गरीबों की गणना का आह्वान किया और उनकी इस अपील ने सारी बिसात ही पलट कर रख दी. जातिगत गणना का मुद्दा औंधे मुंह जमीन पर गिरा. लोगों को यह बात समझ में आ रही है कि युवाओं को नौकरी चाहिए, न कि जातिगत गणना.
भोपाल : सात विधानसभा सीटों में से दो पर कांग्रेस ने जमाया कब्जा, पांच पर भाजपा ने दर्ज की भारी बहुमत से जीत
रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी की सात विधानसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने परचम लहराया, कांग्रेस को मिली हार
जयपुर : राजस्थान की राजधानी की कुल 19 में से 12 सीटें भाजपा के खाते में गयी, कांग्रेस पार्टी को मिलीं सात सीटें
कांग्रेस के पारंपरिक एससी-एसटी वोट बैंक में भाजपा ने लगायी सेंध राजस्थानराज्य की 200 विधानसभा सीटों में से 59 सीटें एससी (34) और एसटी (25) के लिए आरक्षित
एससी की 34 सीटों में से भाजपा ने 22 पर जीत दर्ज की है, जबकि कांग्रेस को 11 सीटों पर संतोष करना पड़ा है, एससी के लिए आरक्षित एक सीट पर निर्दलीय ने चुनाव जीता है
25 एसटी सीटों में से भाजपा ने 12 पर कब्जा किया है, जबकि कांग्रेस को 10 सीटें ही मिली हैं, एसटी के लिए आरक्षित अन्य तीन सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी ने जीत दर्ज की है.
राज्य की 82 आरक्षित सीटों में से अनुसूचित जनजाति के लिए 47 और अनुसूचित जाति के लिए 35 सीटें हैं रिजर्व
चुनाव में भाजपा ने एसटी के लिए आरक्षित 47 सीटों में से 25 पर भाजपा जीती, वहीं कांग्रेस को 21 सीटों पर जीती मिली, भारत आदिवासी पार्टी को एक सीट पर जीत मिली है
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 35 सीटों में से भाजपा को 26 और कांग्रेस को नौ सीटें मिली हैं.
राज्य में कुल 39 सीटें हैं आरक्षित, अनुसूचित जनजाति के लिए 29 और अनुसूचित जाति के लिए 10
चुनाव में भाजपा ने एसटी के लिए आरक्षित 29 सीटों में से 18 पर भाजपा जीती, वहीं कांग्रेस को 11 सीटों पर जीती मिली
एससी के लिए आरक्षित 10 सीटों में से भाजपा को पांच और कांग्रेस को पांच सीटें मिली हैं.
शिवराज सिंह का आक्रामक प्रचार, योजनाओं का लाभ लेने वाले लोगों से लगातार मिलते रहे
कांग्रेस यहां अति आत्मविश्वास का शिकार बनी, नेताओं में आपसी सामंजस्य का घोर अभाव दिखा
भाजपा ने जम कर हिंदुत्व का मुद्दा उठाया, मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम कराया, कांग्रेस नहीं दिखी
जातीय समीकरण बिठाने में असफल रही कांग्रेस, जो जातियां कांग्रेस को वोट करती रहीं, वो दूर हुईं
साहू समाज जिसने 2018 में कांग्रेस को वोट किया था, इस बार उससे छिटका
कांग्रेस का सबसे बड़ा वोट बैंक गांवों में था, भाजपा ने गांव के उस वोटर में बेहतर चुनावी प्रबंधन किया.
नहीं चला गहलोत का जादू, युवाओं ने गहलोत की गारंटियों को नकारा, मोदी पर किया भरोसा
प्रदेश में चल रही थी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ विरोधी लहर, पार्टी में देखने को मिली बड़ी गुटबाजी
गहलोत व पायलट में तकरार ने देशभर में सुर्खियां बटोरी, शीर्ष नेतृत्व इसे ठीक करने में जुटा रहा
परिवारवाद को लेकर कांग्रेस ने केसीआर पर जमकर हमला बोला और लोगों ने इस पर भरोसा जताया
युवाओं से जुड़े मुद्दे को कांग्रेस ने अपने कैंपेन में खूब उठाया, प्रतियोगी परीक्षा में धांधली पर लगाम का वादा
कर्नाटक व हिमाचल की तर्ज पर कांग्रेस ने यहां भी चुनावी योजनाओं का एलान किया, बना जीत का कारण