Rajasthan News: राजस्थान के जाने-माने बिजनेस मैन और समाजसेवी प्रेम सिंह राव का सोशल मीडिया अकाउंट हैकर्स ने हैक कर लिया. हैकर्स ने उनके पेज पर कई आपत्तिजनक पोस्ट डाले, जिससे उनकी सामाजिक छवि को काफी नुकसान पहुंचा है. इस दौरान मेटा टीम की भी बड़ी लापरवाही सामने आयी. अकाउंट हैक से लेकर मेटा सपोर्ट टीम की घोर लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैये के कारण राव पिछले तीन महीनों से काफी परेशान हैं. तंग आकर उन्होंने मेटा के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है. प्रेम सिंह ने मेटा के खिलाफ 20 करोड़ रुपये का मानहानि दावा पेश किया है.
रिकवर होने के बाद फिर अकाउंट कर लिया गया हैक
प्रेम सिंह राव ने बताया कि उनका बिजनेस मैनेजर और पेज दिसंबर में एक बार रिकवर कर लिया गया था. लेकिन, रिकवरी के महज तीन घंटे बाद ही हैकर्स ने एक बार फिर से उनके अकाउंट को हैक कर लिया. इसके बाद से स्थिति और भी खराब हो गई है. हैकर्स लगातार उनके अकाउंट का इस्तेमाल आपत्तिजनक पोस्ट के लिए करते रहे.
मेटा सपोर्ट टीम ने दिखाया गैर-जिम्मेदाराना रवैया
प्रेम सिंह राव ने कहा है कि उनके केस में मेटा सपोर्ट टीम का रवैया काफी गैर जिम्मेदाराना रहा है. उनके अनुसार उन्होंने इस समस्या के समाधान के लिए 100 से अधिक ईमेल और 40 से ज्यादा रिमाइंडर मेटा के पास भेजे है, लेकिन मेटा सपोर्ट टीम की ओर से सिर्फ आश्वासन ही दिया गया, कार्रवाई नहीं की गई. उनका आरोप है कि मेटा सपोर्ट टीम की ‘झूठी दलीलों’ और ‘ढीले रवैये’ के कारण न तो उनका अकाउंट को सुरक्षित किया जा सका और न ही हैकर्स को हटाया जा सका है.
स्पैम पोस्ट से छवि को हो रहा नुकसान
राव प्रेम सिंह का कहना है कि हैकर्स उनके पेज का दुरुपयोग कर रहे हैं. लगातार स्पैम पोस्ट और आपत्तिजनक सामग्री उनके अकाउंट में डाली जा रही है. ऐसे पोस्ट से उनकी सामाजिक छवि खराब हो रही है.
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
प्रेस सिंह का आरोप है कि मेटा सपोर्ट टीम की अनदेखी से तंग आकर उनके पास कानूनी कार्रवाई के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने मेटा को कानूनी नोटिस भेजा है. साथ ही साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. उन्होंने मेटा के खिलाफ 20 करोड़ रुपये का मानहानि दावा किया है.
प्रेम सिंह राव ने मामले को लेकर क्या कहा?
पूरे मामले में प्रेम सिंह राव ने कहा है कि “यह सिर्फ मेरा मामला नहीं है, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए खतरे की घंटी है जो फेसबुक और इसके बिजनेस टूल्स का उपयोग करता है. मेट जैसी बड़ी कंपनी की यह लापरवाही चौंकाने वाली है. अगर 12 घंटे के भीतर समाधान नहीं किया गया, तो मैं इस मामले को राष्ट्रीय मीडिया के सामने उजागर करूंगा और कानूनी कार्रवाई करूंगा.”
मेटा की साइबर सुरक्षा पर उठ रहे सवाल
यह मामला मेटा की सुरक्षा नीतियों और उसके उपभोक्ता सपोर्ट सिस्टम पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है. कंपनी दावा है कि वह यूजर्स के डेटा की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन प्रेम सिंह के केस में तीन महीने से कोई समाधान नहीं निकला है. ऐसे में इसे क्या कहा जाए.