किसान ने सात लाख का कर्ज नहीं चुकाया तो राजस्थान सरकार ने जमीन 46 लाख में नीलाम की, परिवार बेहाल
एएनआई न्यूज के अनुसार दौसा जिले के रामगढ़ पंचवाड़ा गांव में एक किसान को जमीन को नीलाम कर दिया गया, क्योंकि कर्ज लेने वाले किसान ने कर्ज चुकता नहीं किया.
एक ओर जहां देश में किसानों के हित की बात लगातार कही जा रही है वहीं राजस्थान के दौसा जिले में बैंक का कर्ज ना चुकाने के एवज में एक किसान की जमीन को नीलाम कर दिया गया.
एएनआई न्यूज के अनुसार दौसा जिले के रामगढ़ पंचवाड़ा गांव में एक किसान को जमीन को नीलाम कर दिया गया, क्योंकि कर्ज लेने वाले किसान ने कर्ज चुकता नहीं किया.
किसान ने बेटे पप्पू लाल ने बताया कि उनके पिता ने बैंक से कर्ज लिया था, अब उनकी मौत हो चुकी है. हम बैंक का कर्ज चुकाने में समर्थ नहीं हैं, हमने बैंक से कई बार आग्रह किया, लेकिन उन्होंने हमें मौका देने से मना कर दिया और हमारी जमीन को नीलाम कर दिया.
Rajasthan | A farmer's land was auctioned yesterday in Ramgarh Pachwara village of Dausa for non-payment of the loan amount
My father had taken a loan & he is dead now. We were unable to repay it & requested bank but they denied to give any chance: Pappu Lal, farmer's son pic.twitter.com/4rdqXN8ehR
— ANI (@ANI) January 19, 2022
एसडीएम मिथिलेश मीणा ने बताया कि किसान ने राजस्थान के मरुधरा ग्रामीण बैंक से कर्ज लिया था लेकिन उसे चुकाने में असफल रहा. जिसके बाद बैंक ने उन्हें सेटलमेंट के लिए भी बुलाया लेकिन वे पेश नहीं हुए. अंतत: कानून के तहत उनकी जमीन नीलाम कर दी गयी.
राजस्व विभाग में जूनियर असस्टिेंट राम प्रसाद बैरवा ने बताया कि किसान की 15 बीघा जमीन 46 लाख रुपये में नीलाम हुई है. जानकारी के अनुसार किसान जिसका नाम कजोड़ मीणा था ने सात लाख रुपये बैंक से उधार लिया था, लेकिन वह कर्ज नहीं चुका पाया और इसी बीच उसकी मौत हो गयी.
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किसान की जमीन की नीलामी के बाद प्रदेश में राजनीति तेज हो गयी है. भाजपा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले किसानों को कर्जमाफी का वादा किया था और इसी वादे के साथ वह सत्ता में भी आयी, लेकिन सरकार बनने के तीन साल बाद भी वह किसानों का कर्ज माफ नहीं कर पायी और सात लाख के कर्ज के लिए किसान के परिवार को भूखों मरने पर मजबूर कर दिया है, क्योंकि अब उनके पास कोई जमीन नहीं बची.