G-20 Meeting: राजस्थान के उदयपुर में आज यानी सोमवार को जी-20 के शेरपा की बैठक हुई. जी 20 शेरपा बैठक के पहले सत्र को भारतीय सरकार के शेरपा अमिताभ कांत ने संबोधित किया. इस बैठक में भारत ने स्थायी विकास और जलवायु वित्त से समन्वय पर जोर दिया. इसके साथ ही भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह उभरती अर्थव्यवस्थाओं की चुनौतियों और दक्षिणी गोलार्ध के मुद्दों को विश्व मंच पर लाएगी. जी-20 के शेरपा की सोमवार को हुई बैठक में चर्चा डिजिटल अर्थव्यवस्था में प्रौद्योगिकी परिवर्तन, स्वास्थ्य और शिक्षा, हरित विकास और भारत की पर्यावरण के लिए जीवनशैली (लाइफ) पहल पर केंद्रित रही.
भारतीय शेरपा ने कही ये बात: गौरतलब है कि जी 20 शेरपा समिट के दूसरे दिन यानी सोमवार को 29 देशों के 43 शेरपा और राजनयिकों ने बैठक की. बैठक में सभी देशों के प्रतिनिधियों ने आगामी बैठक को लेकर अपने विचार रखे. वहीं बैठक में भारतीय शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि जी 20 लोगों का मकसद सभी देशों में एकता लाना है. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद पारस्परिक सहयोग और एकता है. साथ ही दुनिया में बड़ी-बड़ी चुनौतियों से मिलकर निपटना है.
राजस्थानी साफा की दिखी धमक: जी-20 के शेरपा की समाप्ति के बाद माणक चौक में एक्सपीरियंस राजस्थान एट माणक चौक का आयोजन किया गया. आयोजन के दौरान विभिन्न देशों से आए शेरपा एवं एचओडी को साफा बांधकर सम्मान दिया गया. राजस्थान की गौरवमयी पारंपरिक साफा बांधने के बाद विदेशी मेहमान भी खासे उत्साहित नजर आये. वहीं, भारतीय शेरपा अमिताभ कान्त ने कहा कि G20 के माध्यम से वैश्विक समस्याओं को दूर की कोशिश की जाएगी.
पवन व्यास का साफा बना आकर्षण का केन्द्र: राजस्थानी परिवेश में साफा का काफी महत्व है. इसका गौरवमयी इतिहास रहा है. इसी धरोहर से पूरी दुनिया को रूबरू कराने के उद्देश्य से बीकानेर के साफा आर्टिस्ट पवन व्यास को भी निमंत्रण दिया गया था. पवन व्यास ने विदेशी मेहमानों के साथ अपनी अपनी विशाल पगड़ी पहने फोटो खिंचवाई. इस दौरान उन्होंने अपनी करीब 478 मीटर साफा को भी बांध कर दिखाया. बता दें, उनके साफे का वजन बीस किलो के लगभग है.