गहलोत ने गुजरात सरकार से प्रवासी राजस्थानियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा, तो नितिन पटेल ने कही यह बात

gehlot urged cm of gujarat to help migrants of rajasthan, nitin patel replied this जयपुर/अहमदाबाद : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बातचीत कर प्रवासी राजस्थानियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव ने लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों के बीच हो रहे प्रवासियों के आवागमन को पूरी तरह रोकने के निर्देश दिये हैं, ऐसे में, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों के बीच गरीब और मजदूर तबके के उन लोगों का आवागमन रुक जायेगा, जो अपने घर जाना चाहते हैं.

By Mithilesh Jha | March 27, 2020 2:19 PM
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जयपुर/अहमदाबाद : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बातचीत कर प्रवासी राजस्थानियों के लिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव ने लॉकडाउन के चलते विभिन्न राज्यों के बीच हो रहे प्रवासियों के आवागमन को पूरी तरह रोकने के निर्देश दिये हैं, ऐसे में, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों के बीच गरीब और मजदूर तबके के उन लोगों का आवागमन रुक जायेगा, जो अपने घर जाना चाहते हैं.

इस पर गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि उन्होंने कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के बीच राजस्थान जाने वाले लगभग 700 प्रवासी श्रमिकों के लिए परिवहन की व्यवस्था की. वहीं, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आश्वासन दिया कि उन्हें भोजन और आवास प्रदान करने की व्यवस्था की जायेगी. कई दिनों में पड़ोसी राज्य के सैकड़ों मजदूरों को लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिलने के कारण घर जाते देखा गया था. कुछ लोग तो अपनी जान मुश्किल में डालकर निकल पड़े हैं. कोई कंटेनर में जा रहा है, तो कोई पैदल ही चल पड़ा है अपने घर की ओर.

श्री गहलोत ने गुजरात के मुख्यमंत्री से कहा कि संक्रमण की स्थिति में यह आवागमन उचित नहीं है. इसलिए जो व्यक्ति जहां है, वहीं पर संबंधित राज्य सरकार उसके लिए भोजन-पानी तथा चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करे. राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा कि पड़ोसी राज्यों से पैदल आ रहे हजारों लोगो को सीमा पर रोककर ही उनकी गहन स्क्रीनिंग की जा रही है और जरूरत पड़ने पर पृथक रहने का निर्देश दिया जा रहा है, ताकि प्रदेश का हर नागरिक महफूज रह सके.

उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के बाद पड़ोसी राज्यों से बेरोजगार हुए लोग पैदल चलकर सिरोही, जालौर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर क्षेत्र में लौट रहे हैं. श्री शर्मा ने राज्य में कोरोना पॉजिटिव के अब तक 43 मामले सामने आने का जिक्र करते हुए कहा कि भीलवाड़ा निवासी 73 वर्षीय नारायण सिंह का निधन हो गया, जिन्हें मधुमेह था और उनकी किडनियों में खराबी थी एवं उन्हें ब्रेन स्ट्रोक हुआ था. उन्होंने कहा कि सरकार भीलवाड़ा, झुंझुनूं, जयपुर, जोधपुर और प्रतापगढ़ जिलों में विशेष ध्यान दे रही है.

उन्होंने कहा कि झुंझुनूं में पॉजिटिव मामले बढ़ रहे हैं. वहां पर भी आरआरटी (रेपिड रिस्पांस टीम) और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार निगरानी और सर्वे का काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में एक लाख क्वारेंटाइन बैड तैयार कर लिये हैं. संदिग्धों की जांच की सुविधा पहले 5 जिलों में होती थी, अब 9 जिलों में जांचें हो रही हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य के अलग-अलग जिलों में आवश्यकता के अनुसार, चिकित्सकों को लगाने के लिए 735 डॉक्टरों की सूची सीएमएचओ को सौंप दी गयी है. उन्होंने कहा कि आम जन की सुरक्षा के लिए कहीं भी धन की कमी नहीं आने दी जायेगी. जयपुर जिले में आपातकाल के लिए एक करोड़ रुपये कलेक्टर को दिये गये हैं. संभागीय मुख्यालय के जिला कलेक्टर्स को 75 लाख और अन्य जिला कलेक्टर्स को 50 लाख रुपये का फंड दिया गया है.

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