Jharkhand Cyber Crime, Giridih News, गिरिडीह न्यूज : देश के दूसरे राज्यों से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद झारखंड के गिरिडीह जिले में सक्रिय पांच साइबर अपराधियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था. सभी अहिल्यापुर व ताराटांड़ थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में सक्रिय थे. शनिवार को पुलिस ने इन पांच में से एक को साक्ष्य के अभाव में छोड़ दिया और शेष चार को साइबर थाना पुलिस ने शनिवार को जेल भेज दिया है.
गिरफ्तार लोगों में अहिल्यापुर के चिकसोरिया निवासी रूपेश मंडल, योगेंद्र मंडल, अहिल्यापुर के ही घोषको के उमेश वर्मा और दुमका के रामगढ़ निवासी चंदन मंडल शामिल हैं. दुमका के रामगढ़-अमड़ापहाड़ी गांव के कृणा कुमार मंडल को पुलिस ने साक्ष्य के अभाव में छोड़ दिया है. पुलिस ने इन चार साइबर अपराधियों के पास से पांच मोबाइल फोन, सात सिमकार्ड, एटीएम कार्ड के अलावा अलग-अलग बैंकों के पासबुक को भी जब्त किया है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो जेल भेजे गये चार साइबर अपराधियों में चंदन मंडल और उमेश वर्मा कुछ माह पूर्व हैदराबाद से साइबर क्राइम का प्रशिक्षण लेकर आये थे. चंदन दुमका जिले का रहने वाला है, पर कुछ माह से वह दोस्तों के साथ ताराटांड़ व अहिल्यापुर के इलाके में रहते हुए साइबर ठगी कर रहा था.
विदित हो कि साइबर थाना पुलिस ने बीते बुधवार की देर रात अहिल्यापुर थाना इलाके के घोसको-चामलिटी से आधा दर्जन युवकों को साइबर क्राइम के संदेह में हिरासत में लिया था. यह कार्रवाई साइबर डीएसपी के नेतृत्व में हुई थी. इन सभी को पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया. इस बाबत साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुरेश मंडल ने बताया कि बुधवार को साइबर क्राइम के संदेह में छह युवक हिरासत में लिये गये थे, पर कोई साक्ष्य नहीं मिलने पर सभी को छोड़ दिया गया. शुक्रवार को गिरफ्तार पांच युवकों में से चार को जेल भेज दिया गया है, जबकि एक को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है. बताया कि साईबर क्राइम की रोकथाम के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है.
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बताया जाता है कि गिरफ्तार चारों साइबर अपराधी यूपी, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के लोगों को सर्वाधिक निशाना बना रहे थे. बीते चार-माह से लगातार इन साइबर अपराधियों ने अलग-अलग राज्यों के कई वरीय अधिकारियों को भी फोन कर उन्हें अपना शिकार बनाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
Posted By : Guru Swarup Mishra