Mig-21 विमान हादसे में विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद, 60 दशकों में 400 से ज्यादा बार क्रैश हुए फाइटर प्लेन
भारतीय वायुसेना फाइटर प्लेन मिग 21 राजस्थान जैसलमेर में क्रैश हो गया. विमान के पायलट विंग कमांडर हर्षित सिन्हा हादसे में शहीद हो गए. बीते 60 सालों में देश के 400 बार मिग 21 विमान हादसे का शिकार हुए है.
MiG-21 Fighter Aircraft Crashed: भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) का एक और वीर शहीद हो गया है. एक बार फिर फाइटर प्लेन मिग-21 (MiG-21) हादसे का शिकार हो गया है. और विमान के साथ-साथ देश का एक लाल भी शहीद हो गया. विमान के पायलट विंग कमांडर हर्षित सिन्हा शहीद हो गए. हादसा राजस्थान के जैसलमेर के पास हुआ.
यह पहली दफा नहीं है कि जब रूस निर्मित मिग सीरीज का लड़ाकू विमान मिग-21 हादसे का शिकार हुआ है. इससे पहले भी कई बार यह विमान हादसे का शिकार हो चुका है. गौरतलब है कि, 1960 के दशक में मिग 21 फाइटर प्लेन को सेना के बेड़े में शामिल किया गया था. शुरुआती दौर में इस जेट प्लेन को रूस ने बनाया था लेकिन आगे चलकर भारत ने इस विमान को बनाने की तकनीक और अधिकार हासिल कर लिया था.
भारतीय सेना में मिग 21 की भूमिका: 1964 में पहली बार भारतीय एयरफोर्स में बतौर सुपरसोनिक फाइटर जेट के रूप में मिग 21 को शामिल किया गया था. उसी समय से यह भारतीय वायुनेना का हिस्सा बना हुआ है. मिग-21 ने 1971 की भारत पाकिस्तान लड़ाई, 1999 के कारगिल युद्ध समेत कई मोर्चों पर मिग ने अविश्वसनिय प्रदर्शन किया है. हालांकि आधुनिक युग के लिहाज से अब यह काफी पुराना हो गया है. रूस ने तो 1985 में ही इसे बनाना बंद कर दिया है. लेकिन भारत में अभी भी इसका इस्तेमाल हो रहा है.
भारत के पास कितने है मिग 21 फाइटर प्लेन: भारत के पास राफेल जैसे अत्याधुनिक विमान है, इसके बाद भी वायुसेना मिग 21 विमान का इस्तेमाल करती है. भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान समय में मिग-21 के 100 से ज्यादा विमान हैं. हालांकि कई विमानों ने वायुसेना ने हादसे में खोएं हैं. अगस्त 2021 में बाड़मेर में भी मिग-21 विमान क्रैश हो गया था. बीते 60 सालों में 4 सौ से अधिक मिग-21 विमान हादसे के शिकार हुए हैं. इन हादसों में 200 से अधिक पायलटों की जान गई है.
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Posted by: Pritish sahay