संगीत समारोह सह अवार्ड सेरेमनी का आयोजन, कथक प्रस्तुति ने बांधा समां, खूब झूमे दर्शक
सुप्रसिद्ध मांड़ गायक पं चिरंजीलाल तंवर की स्मृति में संगीत समारोह और अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया. इस मौके पर मशहूर संगीतकार जोड़ी उस्ताद अली गनी , प्रेरणा श्रीमाली, फारूक आफरीदी, तिलक गीतई, इकराम राजस्थानी और आरडी अग्रवाल को अवार्ड से नवाजा गया.
जयपुर: सुप्रसिद्ध मांड गायक पंडित चिरंजीलाल तंवर की स्मृति में संगम- ए मिक्स आफ़ आर्ट एंड कल्चर की ओर से जवाहर कला केन्द्र के रंगायन सभागार में संगीत समारोह और अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया. समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार नन्द भारद्वाज बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.
अवार्ड सेरेमनी में चालीस से अधिक फिल्मों और ख्यातनाम गायकों की 50 से अधिक एलबम्स मे लोकप्रिय संगीत देने वाले म्यूजिक डाइरेक्टर और अनतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मांड गायक जोड़ी उस्ताद अली गनी ने अपनी सुमधुर और दिलों को छू लेने वाली सांगीतिक प्रस्तुति दी.
मशहूर शायर मखदूम मोहियुद्दीन की गजल फिर छिड़ी बात फूलों की, रात है या बारात फूलों की, और छाप तिलक सब छीनी रे मो से नैन मिलाई के सुनाकर उपस्थित सुधि श्रोताओं और संगीत रसिकों का मन मोह लिया. उनकी प्रस्तुति के दौरान बार बार
करतल ध्वनि होती रही. इस संगीत जोड़ी ने मांड़ राग से जुड़ी कई मनमोहक रचनाएं भी प्रस्तुत की.
अवार्ड सेरेमनी के दौरान संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से विभूषित संगीतकार उस्ताद अली गनी, जयपुर घराने की कथक नृत्यांगना प्रेरणा श्रीमाली, वरिष्ठ साहित्यकार फारूक आफरीदी, चित्रकार पद्मश्री तिलक गीतई, गीतकार इकराम राजस्थानी और प्रमुख उद्घोषक आरडी अग्रवाल को चिरंजीलाल तंवर अवार्ड से नवाजा गया.
इस मौके पर लखनऊ से कथक नृत्यांगना एमिली घोष ने भी शानदार कथक पेश किया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा. समारोह के दौरान पद्मश्री स्व.अर्जुन प्रजापत, स्व. जयकुमार पंवार और स्व. जटाशंकर डांगी को मरणोपरांत सम्मानित किया गया. पंडित चिरंजीलाल तंवर के सुपुत्र और संगम के अध्यक्ष सुनील सिंह ने सभी महानुभावों का स्वागत किया.