जयपुर : राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गयी है. रविवार को 44 नये मामले सामने आने से संक्रमितों की कुल संख्या 1395 हो गयी है. राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि जयपुर के राजापार्क निवासी 62 वर्षीय एक व्यक्ति की शनिवार को सीके बिरला अस्पताल में मौत हो गयी. व्यक्ति को बुखार और सांस लेने में तकलीफ के कारण 16 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
उन्होंने बताया कि शनिवार को उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या रविवार को 22 हो गयी. उन्होंने बताया कि रविवार सुबह संक्रमण के 44 नये मामले सामने आये हैं. इसमें दो झालावाड़ में, 27 जोधपुर में, एक जैसलमेर में, 2 जयपुर में, 1 हनुमानगढ़ में, 2 कोटा में, एक नागौर में और 8 भरतपुर में हैं. अब राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,395 पर पहुंच गयी है.
श्री सिंह ने बताया कि इस बीच 97 संक्रमितों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. इलाज से 205 लोग ठीक हो चुके हैं. राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के साथ साथ 60 वे लोग भी हैं, जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर व जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है. राज्यभर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है.
इससे पहले, शनिवार को राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमण के 122 नये मामले सामने आये थे. एक महिला समेत दो लोगों की मौत भी हो गयी थी, जिनकी उम्र क्रमश: 48 वर्ष और 76 वर्ष थी.
राज्य भर में 22 मार्च से लॉकडाउन है और अनेक थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा हुआ है. राजस्थान के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा की मानें, तो भीलवाड़ा में कई दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है. वहीं, राज्य में संक्रमण के दूसरे केंद्र के रूप में उभरे जयपुर के रामगंज में भी हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं. यहां भी नये संक्रमितों की संख्या में खासी गिरावट आयी है.
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चिकित्सा मंत्री ने बताया कि रामगंज में जनसंख्या घनत्व अधिक होने के चलते नायला और महला में सरकार ने पृथक केंद्र बनाये हैं. यहां 12 से 15 हजार लोगों को पृथकवास के लिए रखा जा सकता है. उन्होंने कहा कि समझाइश के बाद वर्तमान में 1,800 से ज्यादा लोग पृथकवास सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. प्रदेश में त्वरित जांच किट भी आ गयी हैं. उनका भी इस्तेमाल कर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकेगा.