कोरोना महामारी के बीच राजस्थान में उपचुनाव की तैयारी तेज हो चुकी है. संक्रमण को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रत्याशी अपने नामांकन पत्र को ऑनलाइन भी भर सकेंगे. वहीं 80 साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं को डाक मत पत्र के उपयोग की अनुमति दी गयी है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सोमवार को उपचुनाव को लेकर बैठक की.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने सोमवार को उपचुनाव को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिस दौरान उन्होंने बताया कि महामारी को देखते हुए इन उपचुनाव में ऑनलाइन नॉमिनेशन की भी व्यवस्था होगी. वहीं नामांकन के दौरान केवल चार व्यक्ति और दो वाहनों को ही परिसर में आने की अनुमति होगी. इस बार उपचुनाव में 80 साल की उम्र से अधिक के मतदाताओं, कोरोना संक्रमित मरीजों और 40 फीसद से अधिक दिव्यांगजनों सहित कुछ अन्य के लिए आयोग ने पहली बार डाक मत की सुविधा दी है.
वहीं इन उपचुनावों में जनसंपर्क के दौरान भीड़ भी इस बार नहीं दिखेगी.केवल पांच लोगों को ही घर-घर जाकर जनसंपर्क करने की अनुमति दी जाएगी. वहीं जनसभाओं में केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा लागू कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा. स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण के साथ ‘सुरक्षित चुनाव’ करवाना चुनाव आयोग की प्राथमिकता रहेगी.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद प्रदेश में पहली बार विधानसभा का कोई चुनाव हो रहा है. अभी पहले की तुलना में कोरोना का प्रभाव थोड़ा कम हुआ है लेकिन उपचुनाव में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी. उन्होंने बताया कि 1,000 से ज्यादा संख्या वाले मतदान केंद्रों की संख्या में करीब 45 प्रतिशत का इजाफा किया है. अब मतदान केंद्रों की संख्या 1074 से बढ़ाकर 1529 कर दी गयी है.
By: Thakur Shaktilochan