Rajasthan Polls Result: जीत गईं शाही परिवार की राजकुमारी दीया कुमारी, भारी मतों से कांग्रेस उम्मीदवार को हराया
जयपुर की विद्याधर नगर सीट से बीजेपी उम्मीदवार दीया कुमारी को 158516 वोट मिले. जबकि, कांग्रेस के सीताराम को महज 87148 वोट ही मिल पाए. दीया कुमारी ने सीताराम को 71368 वोटों से हरा दिया है. यह दूसरी बार है जब दीया कुमारी विधानसभा चुनाव में विजयी हुई हैं.
Rajasthan Assembly Election Result: राजस्थान विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही बीजेपी खेमे में खुशियां ही खुशियां दिखाई देने लगी. प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने शुरू हुए तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ होता चला गया. बीजेपी के दिग्गजों ने जीत का परचम लहरा दिया. उसी कड़ी में जयपुर की विद्याधर नगर सीट के परिणाम भी बीजेपी के पक्ष में रही. यहां से शाही घराने की राजकुमारी और बीजेपी सांसद दीया कुमारी भारी मतों से अपने प्रतिद्वंदी को हरा दिया है. दीया कुमारी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता सीताराम अग्रवाल को चित्त कर दिया है. दीया कुमारी ने 71,368 वोटो के अंतर से जीत हासिल की है.
71368 वोटों से कांग्रेस उम्मीदवार को हराया
जयपुर की विद्याधर नगर सीट से बीजेपी उम्मीदवार दीया कुमारी को 158516 वोट मिले. जबकि, कांग्रेस के सीताराम को महज 87148 वोट ही मिल पाए. दीया कुमारी ने सीताराम को 71368 वोटों से हरा दिया है. यह दूसरी बार है जब दीया कुमारी विधानसभा चुनाव में विजयी हुई हैं. इससे पहले वो साल 2013 में सवाई माधोपुर से विधायक बनी थी. साल 2019 के संसदीय चुनाव में राजसमंद के मतदाताओं ने उन्हें लोकसभा में भेजा था.
कई संगठनों से जुड़ी हुई है दीया कुमारी
गौरतलब है कि दीया कुमारी जयपुर के पूर्व राजघराने के सवाई भवानी सिंह की बेटी हैं. वह कई गैर सरकारी संगठनों और अन्य संगठनों से जुड़ी हुई हैं, जिनमें आई बैंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान और एचआईवी संक्रमित बच्चों के लिए काम करने वाला गैर सरकारी संगठन रेज शामिल है. बता दें, जयपुर शहर की विद्याधर नगर सीट को बीजेपी का गढ़ माना जाता है.
शानदार रहा है दीया कुमारी का राजनीतिक सफर
राजसी खानदान से ताल्लुक रखने वाली दीया कुमारी साल 2013 में राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा था. उनका राजनीतिक सफर बेहद शानदार रहा है. साल 2013 में भारतीय जनता पार्टी जॉइन करने के बाद उन्होंने सवाई माधोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ा और पहली बार विधायक बनीं. इसके बाद वह 2019 में राजसमंद सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ी और जीतकर सांसद बनीं.