अशोक गहलोत की मंत्रिपरिषद की बैठक में वरिष्ठ मंत्री शांति धारीवाल और गोविंद सिंह डोटासरा के बीच हॉट टॉक शुरू हो गया. बताया जा रहा है कि दोनों नेता एक दूसरे को जमकर खरी खोटी सुनाई. इतना ही नहीं मंत्रिपरिषद की बैठक में दोनों नेताओं के झगड़े पर सीएम अशोक गहलोत चुप्पी साधे रहे. राजस्थान में यह पहली बार नहीं है जो दो मंत्री आपस में भिड़ गए. वहीं दोनों नेताओं के आपसी विवाद पर बीजेपी ने चुटकी ली है.
सूत्रों के मुताबिक मंत्रिपरिषद की बैठक में वैक्सीन को लेकर वरिष्ठ मंत्री शांति धारीवाल और प्रदेश अध्यक्ष सह मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बीच विवाद शुरू हुआ. इस दौरान धारीवाल ने डोटासरा को फटकार लगाते हुए कहा कि अध्यक्षी हमें न दिखाओ, तुमरे जैसे-जैसे कई आए और गए. विवाद के बीच डोटासरा ने सीएम से धारीवाल पर कार्रवाई करने की अपील की.
गोविंद डोटासरा का पावरफुल होना- दरअसल, 2020 से पहले गोविंद सिंह डोटासरा गहलोत कैबिनेट में राज्य मंत्री थे, जिसके बाद उन्हें सचिन पायलट की जगह पीसीसी अध्यक्ष बना दिया गया. बताया जाता है कि कांग्रेस के इस फैसले को पार्टी के वरिष्ठ नेता अब तक नहीं पचा पा रहे हैं, जिसके वजह से विवाद होता है. वहीं कई नेता तो दबी जुबान में डोटासरा को गहलोत का मोहरा भर बताने से नहीं चूकते हैं.
सोशल मीडिया अभियान में खेमेबाजी- बताया जा रहा है कि गोविंद सिंह डोटासरा लगातार केंद्र के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान चलाते हैं. दोनों कै बीच आपसी मनमुटाव में ये भी एक कारण है. कई दिग्गज नेता उनके इस अभियान में सहयोग नहीं करते हैं. शांति धारीवाल तो सोशल मीडिया पर भी नहीं है.
क्या है पूरा मामला- बताया जा रहा है कि बैठक में गोविंद सिंह डोटासरा ने सुझाव देते हुए कहा कि वैक्सीन को लेकर सभी कलेक्टर को पत्र लिखा जाए. ये काम जिला स्तर पर कांग्रेस के कार्यकर्ता करेंगे. इसी सुझाव पर विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद धारीवाल ने प्रदेश अध्यक्ष को खरी खोटी सुना दी. धारीवाल का कहना था कि वैक्सीन को लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखा जाए. राजस्थान के मंत्रिपरिषद में गोविंद सिंह डोटासरा और शांति धारीवाल के बीच लड़ाई तथा Hindi News से अपडेट के लिए बने रहें।
Posted By: Avinish Kumar Mishra