कांग्रेस को अंदरुनी कलह का नुकसान राजस्थान के पंचायत चुनाव में उठाना पड़ा है. दरअसल, राजस्थान में पंचायत चुनाव के बाद जिला प्रमुख के चुनाव में दो सीटें कांग्रेस के हाथ से खिसक गई है. वहीं हाईकमान ने पूरे मामले प्रदेश कांग्रेस कमेटी से रिपोर्ट तलब की है.
जानकारी के अनुसार छह जिले के जिला परिषद के चुनाव में कांग्रेस को तीन जगहों पर जीत मिली है, जबकि बीजेपी को भी तीन सीटों पर जीत दर्ज हुई है. इधर, राज्य में सियासी उलटफेर से कांग्रेस आलाकमान में हड़कंप मच गया है.
अजय माकन ने रिपोर्ट मांगा- कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी प्रभारी अजय माकन ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी से रिपोर्ट तलब की है. राजस्थान के पंचायत चुनाव में कांग्रेस को चार जिला प्रमुख में बहुमत मिला था. लेकिन अब एक सीट गंवानी पड़ी है.
जयपुर और भरतपुर में हो गया खेला– बताया जा रहा है कि जयपुर में कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला था, जबकि भरतपुर में भी पार्टी को बोर्ड बनने की उम्मीद थी. लेकिन दोनों जगहों पर सियासी लड़ाई की वजह से नहीं बन पाया. जयपुर में नामांकन से ऐन वक्त पहले रमा देवी बीजेपी के सिंबल पर पर्चा दाखिल कर दी, जिसके बाद वहां पर कांग्रेस को करारी हार मिली है.
वहीं भरतपुर में बीजेपी ने चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह के बेटे जगत सिंह को पार्टी में शामिल करा लिया. भरतपुर में इसका असर देखने को मिला. कांग्रेस के गुटबाजी के बीच बीजेपी ने यहां पर जगत सिंह को आगे कर बोर्ड बना लिया.