राजस्थान में कोरोना के नये मामलों में बड़ी कमी आ गयी है लेकिन एक नयी मुसीबत ने लोगों की चिंता अब बढ़ा दी है. पिछले कुछ महीनों से राजस्थान कोरोना के दूसरे लहर की चपेट में बुरी तरह पड़ा. जिससे सूबे में बड़ी तादाद में जानमाल का नुकसान हुआ. अब जाकर हालात पर नियंत्रण तो हुआ है लेकिन मंगलवार को नये वेरियेंट के मामले सामने आने पर अब लोगों के बीच फिर हड़कंप मचा हुआ है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कप्पा वेरियेंट से संक्रमित 11 मरीज पाए गए है.
कोरोना की दूसरी लहर थमी जरुर है लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. कोरोना के नये स्वरुप की दस्तक से लोगों के अंदर एक भय बना हुआ है. राजस्थान में अब कोरोना के मामले बहुत नियंत्रण में हैं. मंगलवार को प्रदेश में केवल 8 जिले ऐसे थे जहां कोरोना के नये मामले मिले. कोरोना के कुल 28 नये मामले ही सामने आए. 25 जिलों में एक भी नये कोरोना मरीज नहीं मिले. लोगों ने अभी राहत की सांस ली ही थी कि एक खबर ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया. राजस्थान में 11 मरीज ऐसे पाए गए जिनके अंदर कोरोना के नये स्वरुप कप्पा का संक्रमण था. जांच में इसकी पुष्टि हुई.
समाचार एजेंसी एएनआई (ANI) के अनुसार, सूबे के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 11 मामले सामने आए हैं जो कप्पा वेरियेंट के हैं. हालांकि स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसे लेकर घबराने की जरुरत नहीं है. कोरोना का कप्पा स्वरूप, डेल्टा स्वरूप के मुकाबले कम घातक है. कप्पा वेरियेंट से संक्रमित 11 मरीजों में से 4-4 अलवर और जयपुर, दो बाड़मेर से और एक भीलवाड़ा से हैं. जीनोम अनुक्रमण के बाद इन मामलों की पुष्टि हुई है.
Eleven cases of Kappa variant of COVID-19 have been detected in Rajasthan, says State Health Minister Raghu Sharma
(file photo) pic.twitter.com/vHaZl44ejW
— ANI (@ANI) July 13, 2021
Also Read: राजनीतिक नियुक्ति की सुगबुगाहट के बीच निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर ने सचिन पायलट पर किया अटैक! पढ़ें
स्वास्थ्य मंत्री ने जनता से अपील की है कि पूरे अनुशासन के साथ कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करें. दैनिक भास्कर के अनुसार, कप्पा वेरियेंट कोरोनावायरस का नया स्वरुप नहीं है. भारत में अक्टूबर 2021 में भी इसके मामले सामने आए थे. वहीं WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की लिस्ट में शामिल किया हुआ है. इस लिस्ट में WHO कम खतरनाक वेरियेंट को ही शामिल करता है. जबकि अधिक खतरनाक और चिंताजनक वैरियेंट को वैरियेंट ऑफ कंसर्न की लिस्ट में डाला जाता है. इसलिए राजस्थान के मामले में अधिक घबराने की जरुरत नहीं है. लेकिन सतर्कता बेहद जरुरी है.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan