Rajasthan: जयपुर के सांगानेर में दो लड़कियों पर बाइक सवार ने फेंका केमिकल, दोनों की हालत खतरे से बाहर
Rajasthan Crime News: जयपुर के सांगानेर इलाके में शनिवार को बाइक सवार एक व्यक्ति ने दो लड़कियों पर केमिकल फेंकने की वारदात को अंजाम दिया. इस हमले में दोनों लड़कियां घायल हो गईं.
Rajasthan Crime News: राजस्थान के जयपुर से लड़कियों पर केमिकल फेंके जाने का एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर के सांगानेर इलाके में शनिवार को बाइक सवार एक व्यक्ति ने दो लड़कियों पर केमिकल फेंकने की वारदात को अंजाम दिया और फिर मौके से फरार हो गया. इस हमले में दोनों लड़कियां घायल हो गईं.
जांच में जुटी पुलिस
जयपुर पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि केमिकल हमले में घायल हुई दोनों लड़कियों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल दोनों खतरे से बाहर हैं. पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान के प्रयास में जुटी है. आरोपियों की पहचान होने के साथ ही उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
Rajasthan | Two girls were injured after a man on a bike threw chemical at them in Jaipur's Sanganer area. They were rushed to hospital & are out of danger. Efforts underway to identify the accused: Jaipur police
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) October 1, 2022
अलवर में सामने आया छात्रा से हैवानियत का मामला
इससे पहले, राजस्थान में अलवर जिले के भिवाड़ी के किशनगढ़बास थाना क्षेत्र में 16 साल की एक नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ है. जानकारी के मुताबिक, कक्षा आठ की छात्रा से हैवानियत कर उसका वीडियो बना लिया गया. इसके बाद आरोपी पीड़िता के साथ बार-बार गलत काम करते रहे. इतना ही नहीं आरोपियों ने छात्रा को ब्लैकमेल किया और उससे पैसे भी वसूले. लेकिन, जब पीड़िता ने दोबारा पैसे देने से मना कर दिया तो आरोपियों ने पीड़िता का गलत वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
राजस्थान में लगातार बढ़ रहे हैं अपराध के मामले
इधर, बीते दिनों राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में 2021 में 6,337 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए, जो देश में सबसे अधिक हैं. इसके बाद एमपी और यूपी का स्थान आता है. राजस्थान पुलिस का कहना है कि राज्य के लिए आंकड़े अधिक थे, क्योंकि यह अपराध को बढ़ावा नहीं देता तथा मामलों के स्वतंत्र एवं निष्पक्ष पंजीकरण की नीति को सख्ती से लागू करता है.