Rajasthan Election 2023 : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी के राजस्थान नेतृत्व के साथ आगामी विधानसभा चुनावों पर बुधवार को चर्चा की. इस तरह की अटकलें हैं कि दो केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है. मध्य प्रदेश में भाजपा द्वारा तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार अन्य सांसदों को विधानसभा चुनाव (Rajasthan Election 2023) के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद इन अटकलों को बल मिला है. पड़ोसी राज्य में भी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. अमित शाह और जेपी नड्डा बुधवार शाम एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे और हवाई अड्डे के पास एक होटल गए जहां पार्टी की कोर कमेटी की बैठक शुरू हुई. पार्टी सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ बैठक की. वसुंधरा राजे से मुलाकात करीब 15 मिनट तक चली. इसके बाद वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक शुरू हुई जिसमें विधानसभा क्षेत्रों व चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई. हाल ही में संपन्न हुई चार परिवर्तन यात्राओं पर भी ‘फीडबैक’ लिया गया.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के लिए पार्टी के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी, सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान के लिए पार्टी के प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, उपनेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और अन्य नेता मौजूद थे. बैठक करीब तीन घंटे तक चली.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जेपी नड्डा और अमित शाह ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी, चुनाव सह प्रभारी नितिन पटेल, राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह और कुलदीप विश्नोई और विजया रहाटकर सहित अन्य नेताओं के साथ अगले दौर की बैठक की. सूत्रों ने बताया, “बैठक में विधानसभा क्षेत्रों पर चर्चा हुई. बैठक में इस बात पर मंथन किया गया कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मेवाड़, वागड़, शेखावाटी, हाड़ौती, मारवाड़ क्षेत्र और पूर्वी राजस्थान में अधिक से अधिक सीटें कैसे जीती जाएं.’’
सूत्रों ने बताया, ”इस बात का बारीकी से आकलन किया गया कि किन निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी कमजोर है और जीत सुनिश्चित करने के लिए क्या रणनीति की जरूरत है. उन सीटों की श्रेणियों पर भी विस्तृत चर्चा हुई – जहां पार्टी पिछले तीन चुनावों से जीत रही है या हार रही है और जहां पार्टी वैकल्पिक रूप से जीत रही है.” सूत्रों ने कहा, ”बैठक में स्पष्ट संदेश दिया गया कि पार्टी संगठन सर्वोच्च है और चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा.”
पार्टी की राज्य इकाई के सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को कुछ अन्य सांसदों के साथ विधानसभा चुनाव में उतारा जा सकता है. पार्टी नेताओं ने कहा कि बैठक में टिकट वितरण और अन्य चुनाव संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई. सूत्रों ने बताया कि बैठक में भाजपा द्वारा राज्य में निकाली गई चार परिवर्तन यात्राओं से प्राप्त फीडबैक पर भी चर्चा की गई पार्टी सूत्रों ने बताया कि नड्डा और शाह गुरुवार सुबह आरएसएस के स्थानीय नेताओं से मुलाकात करेंगे.
इससे पहले, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अन्य नेताओं ने अमित शाह और जेपी नड्डा का जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचने पर स्वागत किया. राज्य के सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों से निकाली गई पार्टी की “परिवर्तन यात्राओं” के पूरा होने के अवसर पर सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर के पास हुई एक रैली के बाद अमित शाह और जेपी नड्डा का यह दौरा हो रहा है.
पार्टी अब युवाओं, किसानों और महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए कार्यक्रमों की योजना बना रही है. दौरे से कुछ घंटे पहले, भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने अजमेर दक्षिण सीट से विधायक अनीता भदेल के खिलाफ पार्टी कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. एक प्रदर्शनकारी श्रवण कुमार ने संवाददाताओं से कहा, “विधायक के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी है और उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं दिया जाना चाहिए.”