Rajasthan Election : राजस्थान में साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने वाले है. ऐसे में चुनाव को लेकर जहां एक ओर बीजेपी के सभी बड़े नेता पार्टी के नेताओं के साथ बैठक कर रहे है और चुनावी रणनीति तैयारी कर रहे है. ऐसे में चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है. राजस्थान के कई दिग्गज नेता बीजेपी में फिर दुबारा शामिल हुए है. पूर्व की बीजेपी सरकार के समय मंत्री रहे देवी सिंह भाटी सहित कई अन्य नेताओं ने गुरुवार को पार्टी की सदस्यता ली. सीएलसी कोचिंग निदेशक श्रवण चौधरी, बांदीकुई से बसपा के पूर्व प्रत्याशी भागचंद सैनी और गेटवैल हॉस्पिटल, सीकर के बीएल रणवां भी भाजपा में दुबारा शामिल हुए है. बता दें कि इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने उन सभी नेताओं को माला और भाजपा का दुपट्टा पहनाकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई. इस अवसर पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि राजस्थान में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने को लेकर बहुत उत्साह है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के ‘जंगलराज’ और ‘कुशासन’ से आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है. उन्होंने कहा, “आज भारतीय जनता पार्टी का परिवार और बढ़ रहा है. लोगों का भाजपा के प्रति आस्था और विश्वास बढ़ा है.” केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व पर विश्वास के आधार पर ये नेता पार्टी में शामिल हुए हैं. वहीं पार्टी में दुबारा शामिल हुए और पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी पांच साल बाद पार्टी में लौटे हैं जिसपर उन्होंने कहा ‘‘मैं कुछ मुद्दों पर भटक गया था व कुछ गिले शिकवे थे, वो अब दूर हो गए है.”
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं के बार-बार राजस्थान आने पर कटाक्ष करते हुए गुरुवार को कहा कि इन नेताओं ने इसलिए राजस्थान पर धावा बोल है क्योंकि ये उनकी सरकार नहीं गिरा पाए थे. अशोक गहलोत ने भाजपा नेताओं पर देश में चुनी हुई सरकारों को विधायकों की खरीद-फरोख्त से गिराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,‘‘ कर्नाटक, महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश में चुनी हुई सरकारें गिरा दी. उनके दिल में एक जलन है कि राजस्थान में उनकी दाल नहीं गली …आप लोगों के आशीर्वाद से.’’
Also Read: कनाडा विवाद के बीच अमेरिका-भारत के विदेश मंत्रियों की मुलाकात, क्या ट्रूडो पर भी हुई बात?
अशोक गहलोत ने कहा कि लाख कोशिशों के बावजूद उनकी दाल यहां नहीं गली, यहां सरकार नहीं गिरा पाए तो इसका बदला लेने के लिए इन तमाम लोगों ने राजस्थान पर हमला बोल दिया है. उन्होंने कहा कि एक के बाद एक नेता यहां आ रहे हैं और प्रधानमंत्री साल भर में आठ-नौ बार आ गए, लेकिन यहां सरकार गिरा नहीं पाए इसका दर्द उन्हें जिंदगी भर रहेगा. साल 2020 के राजनीतिक संकट की ओर इशारा करते हुए गहलोत ने कहा,‘‘मैं अकेला कुछ नहीं कर सकता था, हाइकमान हमारे साथ था, हमारी सरकार नहीं गिरी. कांग्रेस हाइकमान, सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी … हमारे लिए यहां पर पूरी टीम भेज रखी थी.’’
अशोक गहलोत कोटपूतली-बहरोड़ जिले के काठूवास गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. राज्य में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बार-बार राजस्थान आने पर एक बार फिर सवाल उठाया. उन्होंनें कहा,‘‘नेता आएं यहां पर कोई दिक्कत नहीं, लेकिन उपराष्ट्रपति को नहीं भेजें. उपराष्ट्रपति संवैधानिक पद होता है. हम सब सम्मान उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं. कल उपराष्टप्रति जी आए और पांच जिलों का दौरा किया. क्या तुक है?… चुनाव चल रहे हैं इसमें आप आएंगे तो संदेश कई तरह के जो वो लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं होगी.’’