सचिन पायलट ने ED की कार्रवाई पर उठाया सवाल, पढ़ें उनके संबोधन की प्रमुख बातें…

राजस्थान के दिग्गज नेता सचिन पायलट प्रेस को संबोधित कर रहे है. इस प्रेसवार्ता को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि वो आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव से संबंधित क्या कुछ बड़ा निकलकर सामने आएगा. आइए पढ़ते है उनका संबोधन...

By Aditya kumar | October 26, 2023 5:15 PM
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Rajasthan Election 2023 : राजस्थान के दिग्गज नेता सचिन पायलट प्रेस को संबोधित कर रहे है. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाया और कहा कि ये काम निंदनीय है. आइए पढ़ते है उनके संबोधन की कुछ खास बातें…

  1. आज से 29 दिन के बाद चुनाव, आचार संहिता लग चुकी है. ऐसे में आज जो राजस्थान में हुआ वह पूरी तरह गलत है.

  2. कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाया और कहा कि ये काम निंदनीय है.

  3. कांग्रेस पार्टी के नेताओं को दराने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से यह कदम उठाया गया है.

  4. हम भ्रष्टाचार के खिलाफ है. लेकिन यह घटनाक्रम पूरी तरफ से सोची-समझी साजिश है.

  5. चुनाव में अपनी हार देखते हुए सरकार के द्वारा बिना समन के कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के घर छापा पड़ा है.

  6. अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन भेजने पर भी केंद्र सरकार को घेरते हुए सचिन पायलट ने कहा कि कार्रवाई करती है ईडी और बीजेपी जवाब देती है जो समझ से पड़े है और ये लोकतंत्र के लिए गलत है.

  7. साथ ही उन्होंने कहा कि हमें राहुल गांधी से प्रेरणा लेनी चाहिए और सभी राजस्थान कांग्रेस के नेताओं को धैर्य रखना चाहिए.

  8. चुनाव से ठीक पहले इस तरह की कार्रवाई साफ बता रही है कि बीजेपी चुनाव हार रही है और ईडी की यह कार्रवाई पॉलिटिकल टूल के तौर पर बीजेपी इस्तेमाल कर रही है.

  9. पेपर लीक के खिलाफ मैं हमेशा आवाज उठाऊंगा और उठाया है. हमारी बात को सुनते हुए विधानसभा में भी चर्चा हुई और उचित समाधान करने की कोशिश की गई है. इस मामले पर ईडी का कोई ऑफिसियल स्टेटमेंट नहीं आया है. अगर कुछ भी ऐसा होता है जिससे छात्रों का भविष्य खतरे में हो तो मैं उनके साथ रहूंगा और उन्हें न्याय दिलाऊंगा.

  10. आज राजस्थान में हुए छापेमारी का उद्देश्य केवल हमें डराना है.

  11. सचिन पायलट ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा है कि चुनाव घोषित होने के बाद ही कार्रवाई क्यों हो रही है, उससे पहले क्या केंद्रीय एजेंसियां और भारत सरकार सो रही थी.

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