झारखंड के रास्ते राजस्थान की गद्दी चढ़ेंगी वसुंधरा राजे, BJP नहीं सहना चाहती है दूसरा झटका!

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दिनों झारखंड दौरे पर है. ऐसे में राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे की जिम्मेदारी बढ़ने से यह कयास लगाये जा रहे है कि वसुंधरा राजे चुनाव से पहले भाजपा की योजना में वापस आ गई हैं.

By Aditya kumar | June 15, 2023 1:39 PM
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Vasundhara Raje In Jharkhand: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दिनों झारखंड दौरे पर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ साल के कार्यकाल को जन-जन तक पहुंचाने और जागरूकता फैलाने के लिए झारखंड के कई जिलों में दौरा कर रही है. ऐसे में राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले वसुंधरा राजे की जिम्मेदारी बढ़ने से यह कयास लगाये जा रहे है और कहा जा रहा है कि वसुंधरा राजे राजस्थान चुनाव से पहले भाजपा की योजना में वापस आ गई हैं.

केंद्र सरकार के कार्यकाल की उपलब्धि गिना रही राजे

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री के रूप में नौ साल पूरे होने के मौके पर देश भर में भाजपा के आउटरीच अभियान के तहत वसुंधरा राजे ने मंगलवार को गोड्डा में एक रैली की. योजना है कि भाजपा के शीर्ष नेता देश भर के सभी लोकसभा क्षेत्रों को कवर करें. ऐसे में राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को झारखंड के गिरिडीह, दुमका, गोड्डा और कोडरमा लोकसभा क्षेत्रों का जिम्मा सौंपा गया है. इस लिहाज से मंगलवार की उनकी रैली आश्चर्यजनक नहीं थी.

राजस्थान में बीजेपी की सबसे बड़ी नेता

हालांकि, इसमें सबसे जरूरी बात यह है कि कई सालों में यह शायद पहली बार हो रहा है कि भाजपा ने वसुंधरा राजे को राजस्थान के बाहर इस तरह के कार्यक्रम में शामिल किया है. देश भर में हुए दर्जनों विधानसभा चुनावों के साथ-साथ उपचुनावों में, वसुंधरा राजे को भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल नहीं किया गया है. जबकि, वो दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी है और पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. अब जैसे-जैसे राजस्थान चुनाव करीब आ रहा है, भाजपा नेतृत्व राजे के साथ अपने संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा है. वह अभी भी राजस्थान में बीजेपी की सबसे बड़ी नेता हैं.

दूसरे झटके के लिए बीजेपी तैयार नहीं

जानकारी हो कि कर्नाटक चुनाव के परिणाम के बाद से बीजेपी ने सबक लिया है. वहां जिस तरह पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा को पार्टी ने दरकिनार किया था, उसे ही चुनाव में कारण का बड़ा कारण बताया जा रहा था. ऐसे में राजस्थान चुनाव में बीजेपी झटका नहीं सहना चाहती है. ऐसे में झारखंड राज्य के इन जिलों में वर्तमान केंद्र सरकार के पार्टी के काम को जन-जन तक बताने की यह जिम्मेदारी उन्हें राजस्थान की गद्दी तक दुबारा पहुंचा सकती है.

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