Rajasthan Panchayat Chunav Result: राजस्थान में हुए पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के परिणाम करीब-करीब आ गए हैं. अब तक के परिणाम बता रहे हैं कि किसान आंदोलन और कृषि कानूनों के विरोध का राजस्थान पंचायत चुनावों पर असर नहीं पड़ा है. पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव में भाजपा राज्य में सत्ताधारी दल कांग्रेस पर भारी पड़ी है. हैदराबाद नगर पालिका और अन्य स्थानीय निकाय चुनावों के बाद राजस्थान पंचायत चुनाव में भी भाजपा ने दमखम दिखाया है. इस चुनाव में पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा को दोहरा झटका लगा है.
एक तरफ पायलट टोंक और अजमेर दोनों ही जगह अपना जलवा नहीं दिखा पाए. टोंक में जिला परिषद सीटों की 25 सीटों में 10 ही कांग्रेस के कब्जा रहा. वहीं अजमेर में पंचायत समिति में भी कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा. लोगों का कहना है कहना है कि निर्वाचन क्षेत्र टोंक और अजमेर से मिली कांग्रेस की हार का असर सचिन पायलट पर काफी पड़ेगा.
आपको बता दें कि सचिन पायलट अजमेर से 2014 तक सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री भी रहे थे. वहीं यहां अजमेर से रघु शर्मा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री भी हैं. इधर, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का अपने विधानसभा क्षेत्र में ही कांग्रेस को जीत नहीं दिलवा पाए. डोटासरा के विधानसभा क्षेत्र की लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति में भाजपा ने जीत दर्ज कर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है. यहां 25 सीटों में से भाजपा ने 13, कांग्रेस ने 11 व निर्दलीय ने एक सीट पर जीत दर्ज की है.
वहीं राजस्थान पंचायत चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस नेताओं ने तो चुप्पी साध रखी है लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अधियक्ष जेपी नड्डा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि भाजपा का राजस्थान में पंचायत, जिला परिषद चुनाव में जीत दर्ज करना, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गरीबों, किसानों, मजदूरों का भरोसा दर्शाता है.
बता दें कि ऐसे वक्त में जब कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेसशासित राज्यों में जबरदस्त विरोध है, वहां इस जीत से भाजपा का मनोबल काफी ज्यादा बढ़ा है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पंचायती चुनाव में भाजपा की जीत पर कहा कि ये परिणाम वास्तव में कांग्रेस सरकार के झूठ, फ़रेब, दम्भ व अहंकार की पराजय है तथा यह जीत मोदी सरकार पर जनता के विश्वास की है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पंचायती राज चुनाव के परिणाम इस भ्रष्ट सरकार की विदाई का एक निश्चित संकेत है.
Posted By: Utpal kant