इजरायली कंपनी पेगासस फोन टैप के खुलासे के बाद दिल्ली से लेकर जयपुर तक आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. अशोक गहलोत के जांच की मांग पर बीजेपी ने हमला बोला है. बीजेपी ने कहा है कि गहलोत कांग्रेस हाईकमान को खुश करने के लिए बयान दे रहे हैं. अगर सच में जांच करवाना चाहते हैं तो, राजस्थान फोन टैप का मामला सुप्रीम कोर्ट को सौंप दे.
राजस्थान विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्वीट कर लिखा,’ पहले अपने दामन में झांक कर तो देखें अशोक गहलोत जी. राजस्थान में कांग्रेस सरकार के राजनैतिक विरोधियों के फोन टैपिंग के जिन्न के जनक मुख्यमंत्री निवास से प्रदेश और देश की जनता बखूबी परिचित है. तब नैतिकता को ताक पर रखकर उनके विरोधियों के फोन टैपिंग की क्लिप जारी की जा रही थीं.
राठौड़ ने आगे लिखा कि आज वही अपने आलाकमान को खुश करने के लिए पेगासस प्रोजेक्ट की आड़ में इस तरह के आरोप लगाएं उन्हें इसका कोई नैतिक अधिकार नहीं है. आपसी खींचातानी के चलते देश में अपना वर्चस्व खो रही कांग्रेस पार्टी अब इस मामले को गलत ढंग से प्रचारित कर जनता को गुमराह कर रही है. देश की जनता सब समझती है.
क्या कहा है अशोक गहलोत ने– अशोक गहलोत ने पेगासस मामले में ट्वीट कर लिखा कि इस केस में आरोप प्रत्यारोप के बजाय सुप्रीम कोर्ट स्वतः संज्ञान लें और जांच करें. गहलोत ने आगे कहा कि यह गंभीर और चिंताजनक मसला है. गहलोत के इस ट्वीट पर ही भाजपा बिफर गई.
राजस्थान में फोन टैप विवाद – राजस्थान में कांग्रेस सरकार के सियासी संकट के वक्त बीजेपी के नेताओं के ऑडियो वायरल हुए थे. इस मामले में विपक्ष ने विधानसभा में सरकार को घेरा था, जिसके बाद सरकार की ओर से कहा गया था कि कुछ फोन टैप किए गए थे, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दिल्ली में मुकदमा दर्ज कराया था. रैा
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Posted By : Avinish Kumar Mishra