Rajasthan Politics : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के न्यायपालिका पर बयान मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सी पी जोशी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि न्यायिक प्रक्रिया पर अंगुली उठाने का कारण कहीं ना कहीं उनकी हताशा है. साथ ही सी पी जोशी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि मैं सोचता हूं कि न्यायिक प्रक्रिया पर अंगुली उठाने का कारण कहीं ना कहीं उनकी बड़ी हताशा है.
आगे उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इस प्रकार के बयान लोकतंत्र में खासकर इतने बड़े पद पर बैठे किसी नेता को शोभा नहीं देता. बता दें कि अशोक गहलोत ने बुधवार को आरोप लगाया था कि न्यायपालिका में भ्रष्टाचार व्याप्त है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा था कि आज न्यायपालिका में भ्रष्टाचार व्याप्त है. मैंने सुना है कि कुछ वकील खुद ही फैसला लिखकर लाते हैं और वही फैसला सुनाया जाता है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अशोक गहलोत द्वारा जांच ऐजेंसियों पर अंगुली उठाने पर कहा कि अशोक गहलोत सरकार भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. आगे भी अपना रुख हमलावर रखते हुए उन्होंने कहा कि आपके कार्यालय (सचिवालय) में करोडो रुपये मिल जाते हैं.. सोने का बिस्कुट मिल जाता है और आप लीपापोती करके एक अधिकारी को निशाना बनाते हैं जबकि उस मंत्रालय के मुखिया हैं आप ?’’
उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य कहते हैं कि ‘हमने भ्रष्टाचार इसलिये किया क्योंकि इतने करोड रुपये देकर हम सदस्य बने हैं… भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जितने मामले दर्ज करता है.. उनमें कितने मामलों में आपने (गहलोत) अभियोजन स्वीकृति ने दी.’
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बजरी माफियाओं का पनाह किसने दिया.. भ्रष्ट अधिकारियों को पनाह किसने दिया.. जहां भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उनपर कार्यवाही करता है.. मामला दर्ज करता है.. आप उस मामले की फाईल को अपने पास रखकर उसको (अधिकारी को) उसी कुर्सी पर बिठा देते हैं या अच्छे स्थान पर उसकी नियुक्ति कर देते हैं. इसके पीछे क्या कारण है? जनता यह सब जानना चाहती है.’’ सी पी जोशी ने आरोप लगाया, ‘आपने (गहलोत ने) हमेशा भ्रष्टाचारियों को पनाह दी है.. उन्हें संरक्षण दिया है . राजस्थान की जनता आप पर उंगली उठा रही है और कह रही है कि अब तक की महाभ्रष्ट सरकार के मुखिया हैं आप.’
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके जवाब में कहा है कि उन्होंने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान एवं उस पर विश्वास किया है. उन्होंने कहा, ‘‘मेरा स्पष्ट मानना है कि हर नागरिक को न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए. इससे लोकतंत्र मजबूत होगा.’’ गहलोत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कल मैंने न्यायपालिका में भ्रष्टाचार को लेकर जो कहा, वह मेरी निजी राय नहीं हैं. मैंने हमेशा न्यायपालिका का सम्मान एवं उस पर विश्वास किया है. समय-समय पर उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीशों ने भी न्यायपालिका में भ्रष्टाचार पर टिप्पणियां की हैं एवं उस पर चिंता व्यक्त की है.’’
उन्होंने कहा ‘मेरा न्यायपालिका पर इतना विश्वास है कि मुख्यमंत्री के रूप में न्यायाधीशों की नियुक्ति हेतु हाईकोर्ट कॉलेजियम के जो नाम हमारे पास टिप्पणी के लिए आते हैं, मैंने उन पर भी कभी कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है.’ गहलोत ने कहा ‘‘मेरा स्पष्ट मानना है कि हर नागरिक को न्यायपालिका का सम्मान करना चाहिए और उस पर विश्वास करना चाहिए. इससे लोकतंत्र मजबूत होगा.’’