राजस्थान में बीजेपी पर बरसी प्रियंका गांधी, कहा- काम के आधार पर वोट नहीं मांग सकते, पढ़ें प्रमुख बातें
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि जो लोग धर्म या जाति के नाम पर वोट मांगते हैं, वे अपने काम के आधार पर वोट नहीं मांग सकते. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक टिप्पणी पर पलटवार किया. आइए पढ़ते है उनके भाषण की प्रमुख बातें...
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कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि जो लोग धर्म या जाति के नाम पर वोट मांगते हैं, वे अपने काम के आधार पर वोट नहीं मांग सकते. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस के सारे नेता एवं कार्यकर्ता एकजुट होकर चुनाव मैदान में उतरे हैं जबकि भाजपा यहां पूरी तरह बिखरी हुई है. प्रियंका ने विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के तहत सोमवार को केकड़ी तथा जहाजपुर में चुनावी जनसभा में यह बात की.
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अपनी पहली सभा में मुख्य विपक्षी दल भाजपा पर एक तरह से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के ज्यादातर नेता धर्म एवं जाति की बात करते हैं. तो आपको सोचना पड़ेगा कि धर्म की बात, जाति की बात चुनाव के समय क्यों होती है? जो नेता चुनाव के समय यह बात कर रहा है और कह रहा है कि धर्म या जाति के आधार पर वोट दो, तो इसका मतलब है कि वह काम के आधार पर वोट नहीं मांग सकता.’’
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उन्होंने कहा,‘‘जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां उनके नेता सोचते हैं कि उन्हें काम करने की कोई जरुरत नहीं क्योंकि वे काम के आधार पर वोट मांगने नहीं आते. वे तो धर्म के आधार पर वोट मांगने आते है. वे सोचते हैं कि हमें तो वोट मिलना ही है. हम धर्म की अच्छी अच्छी बातें कर लेंगे, लोग हमारी बात मान जाएंगे, लोगों के जज्बात हमसे जुड़ जाएंगे …तो काम करने की क्या जरूरत है? यह भाजपा के नेताओं की आदत बन गई है.’’
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उन्होंने लोगों से जागरूकता के साथ और सरकार के काम के आधार पर मतदान करने की अपील की. प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को तारानगर में चुनावी सभा में आरोप लगाया था कि राजस्थान में,’कांग्रेस सरकार के पांच साल एक दूसरे को ‘रन आउट’ करने में बीत गए. जो बचे हैं वे महिलाओं और अन्य मुद्दों पर गलत बयान देकर ‘हिट विकेट’ किये जा रहे हैं.’
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इस पर पलटवार करते हुए प्रियंका ने कहा कि मोदी की बातों में वजन नहीं हैं. उन्होंने कहा,‘‘हमारे सारे नेता, हमारे सारे कार्यकर्ता एकजुट होकर, मजबूत बनकर रणभूमि में उतरे हुए हैं. बल्कि इनको अपनी भाजपा की स्थिति देखनी चाहिए. बिखरी हुई है इनकी पार्टी. हिट विकेट तो राजस्थान में भाजपा वाले हैं.’’ प्रियंका ने कहा,‘‘ वे (मोदी) कह रहे हैं कि हम एक-दूसरे को रन आउट करते हैं जबकि हिट विकेट इनकी पार्टी है. इनकी पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई है. इनके जो बड़े-बड़े नेता हैं उनको इन्होंने परे कर दिया है. किसी को नहीं मालूम ही नहीं है कि अगर मुख्यमंत्री बनेगा तो कौन बनेगा.’’
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प्रियंका ने आरोप लगाया कि भाजपा की नीति बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने की है, वह गरीबों और मध्यम वर्ग के बारे में नहीं सोचती. उन्होंने कहा, “आपसे खींचना और बड़े उद्योगपतियों को सींचना. यह उनकी नीति है.” कांग्रेस नेता ने लोगों से पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने की अपील करते हुए आगाह किया कि अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनी तो वह मौजूदा कांग्रेस सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाएं बंद कर देगी. उन्होंने कांग्रेस सरकार द्वारा दी जा रही दस गारंटियों का भी जिक्र किया. रोजगार के मामले में कांग्रेस शासित राजस्थान एवं भाजपा शासित मध्य प्रदेश की तुलना करते हुए उन्होंने कहा,‘‘यहां राजस्थान में पांच साल में दो लाख रोजगार दिए गए जबकि वहां साढ़े तीन साल में सिर्फ 21 रोजगार दिए गए हैं.’’
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राजस्थान सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने लोगों से अपील की,‘‘आज जो राजस्थान में हो रहा है उसको रोकिए मत. आज जो काम चल रहा है उसको रोकिए मत. आज जो आपको सुविधाएं आपको मिल रही हैं उनको रोकिए मत. अगर आप भाजपा को वोट देंगे तो आपके साथ वही होगा जो मध्य प्रदेश की जनता के साथ हो रहा है. आप परेशान हो जाएंगे, पीड़ित रहेंगे और आपकी कहीं सुनवाई नहीं होगी.’’
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उन्होंने कहा , ‘पिछले पांच साल में कांग्रेस सरकार ने जो काम किया, जो आपकी सेवा की उसी के आधार पर हम आपसे वोट मांगते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘आज अगर आप सरकार बदलेंगे और अगर आप भाजपा की सरकार लाएंगे तो आपका बहुत नुकसान होने वाला है. पिछले दस साल में आपने देखा होगा कि देश का अमीर, अमीर होता जा रहा है जबकि देश का गरीब पिसता चला जा रहा है.’
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महंगाई के लिए केंद्र की भाजपा सरकार पर बरसते हुए उन्होंने कहा, ‘इनकी जिम्मेदारी थी कि ये पेट्रोल डीजल के दाम कम करें. इनकी जिम्मेदारी थी कि ये सिलेंडर के बढ़ते हुए दाम रोकें. इन्होंने यह नहीं किया.’ उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने महंगाई इतनी बढ़ा दी है कि राज्य सरकार को महंगाई राहत कैंप लगाने पड़ रहे हैं. किसानों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि किसान लगभग एक साल तक आंदोलन करते रहे, सड़कों पर बैठे रहे, एक मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचला लेकिन मोदी सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि सरकार के पास किसानों के लिए पैसा नहीं है लेकिन नए संसद भवन पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए.