जयपुर : आगामी 19 जून, 2020 को राजस्थान में राज्यसभा के 3 सीटों के लिए चुनाव होना है. इसको लेकर गहलोत सरकार और विपक्ष अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने में लगे हैं. 3 सीटों के लिए कांग्रेस और भाजपा ने 2-2 प्रत्याशी को देकर चुनाव को दिलचस्प बना दिया. इस तरह राज्यसभा के 3 सीटों के लिए 4 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. अब चुनाव में एक प्रत्याशी को जीत के लिए 51 वोट की जरूरत पड़ेगी.
राजस्थान विधानसभा में कुल 200 विधायक हैं. कांग्रेस के पास बसपा पार्टी को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों सहित 107 विधायक हैं. पार्टी को राज्य में 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इस तरह कांग्रेस और उसके समर्थक विधायकों की संख्या 125 है.
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी के 72 विधायक हैं. भाजपा (BJP) के पास 72 विधायकों के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 3 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इस तरह भाजपा और उनके समर्थक विधायकों की संख्या 75 है.
कांग्रेस अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए भारतीय ट्राइबल पार्टी (BTP) के 2 विधायकों को पहले ही अपने साथ ला चुकी है. उसे राष्ट्रीय लोकदल व माकपा के विधायकों का भी समर्थन है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि विधानसभा के मौजूदा संख्या बल के हिसाब से राज्य में कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों की जीत तय मानी जा रही है.
कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं, भाजपा ने सबसे पहले राजेंद्र गहलोत को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन नामांकन के अंतिम दिन पार्टी ने ओंकार सिंह लखावत को दूसरे प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार कर इस चुनाव को दिलचस्प बना दिया.
एक प्रत्याशी को 51 वोट की जरूरत
3 सीटों के लिए चुनावी मैदान में 4 प्रत्याशियों के होने से अब जीत के लिए एक प्रत्याशी को 51 वोट की जरूरत पड़ेगी. इस लिहाज से कांग्रेस अपने 2 प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित मान रही है. वहीं दूसरी ओर, भाजपा के पास 75 विधायकों का आंकड़ा होने से उनके पहले प्रत्याशी को 51 वोट से जीत तय है.
दूसरे प्रत्याशी को जीताने के लिए 27 वोट की जरूरत
भाजपा को अपने दूसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 27 वोट की जुगाड़ करनी पड़ेगी, क्योंकि पहले प्रत्याशी को जीताने के लिए 51 वोट देने के बाद उनके पास 75 में से 24 वोट ही बाकी बच जायेंगे. इस कारण उन्हें अपने दूसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 27 वोट की जरूरत पड़ेगी.
राज्यसभा चुनाव को लेकर राज्य में विधायकों के बीच जोड़-तोड़ न हो, इसी के मद्देनजर कांग्रेस और उनके समर्थक विधायकों को जयपुर के बाहर एक निजी होटल में ठहराया गया है. इस संबंध मेें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहले ही भाजपा पर विधायकों को प्रलोभन देने का आरोप लगा चुके हैं. वहीं, भाजपा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
Posted By : Samir ranjan.