जनसंघर्ष पदयात्रा में सचिन पायलट ने कर्नाटक में जीत का किया दावा, गहलोत सरकार पर साधा निशाना!
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक का चुनाव जीत रही है. हालांकि इस बीच उन्होंने यह भी कहा कि अगर हम साढ़े 4 साल के भीतर भ्रष्टाचार पर काम नहीं करते हैं तो हम लोगों के सामने खुद को विश्वसनीय कैसे बनाएंगे.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी कर्नाटक का चुनाव जीत रही है. पायलट ने कहा कि हमने सीएम बोम्मई के खिलाफ 40 फीसदी कमीशन सरकार के आरोप लगाए और लोगों ने हम पर भरोसा किया. हमने राजस्थान में भी ऐसा ही किया था. उन्होंने कहा कि लेकिन अगर हम साढ़े 4 साल के भीतर इस पर काम नहीं करते हैं तो हम लोगों के सामने खुद को विश्वसनीय कैसे बनाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे न तो प्रतिशोध की भावना है और न ही मैं किसी व्यक्ति के खिलाफ हूं. यह यात्रा भ्रष्टाचार के खिलाफ और युवाओं के हित में है. अगर हम छह महीने बाद चुनाव में जाएंगे तो हम लोगों को क्या बताएंगे.
सचिन पायलट का बयान ऐसे समय में आया है जब वो भ्रष्टाचार के विरोध में अपनी जन संघर्ष यात्रा निकाल रहे हैं. पायलट ने यात्रा को लेकर कहा है कि अपनी आवाज उठाने, आपकी आवाज सुनने और जनता की आवाज बनने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है, लेकिन उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर जो बयान दिया है उससे साफ है कि उनका इशारा राजस्थान की तरफ ही है. बता दें उससे पहले भी वो भ्रष्टाचार के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं.
सचिन पायलट कर रहे हैं जन संघर्ष यात्रा: गौरतलब है कि राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट जन संघर्ष यात्रा कर रहे हैं. पायलट की इस यात्रा को राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस नेतृत्व पर दबाव बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि यात्रा की शुरुआत के बाद पायलट ने अपने ट्विटर हैंडल पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए एक वीडियो जारी किया और कहा, जन जन के मुख्यमंत्री.
कांग्रेस ने की बैठक: सचिन पायलट अपनी पांच दिवसीय जन संघर्ष यात्रा को भ्रष्टाचार के विरोध में निकाली जा रही पदयात्रा बता रहे हैं. उनका कहना है कि अपनी आवाज उठाने, आपकी आवाज सुनने और जनता की आवाज बनने के लिए यह यात्रा निकाली जा रही है. गौरतलब है कि राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. पायलट और मुख्यमंत्री गहलोत के बीच 2018 के आखिर में राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के समय से ही नेतृत्व को लेकर खींचतान चली आ रही है. ऐसे में उनकी यह यात्रा राजस्थान के लिए काफी अहम मानी जा रही है.
भाषा इनपुट से साभार