Viral Video: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में एक महिला को पेड़ से बांधकर पिटाई करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. इस पूरे घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ है. जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है. एसपी बांसवाड़ा राजेश मीणा ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो में एक आदमी पेड़ से बंधी महिला को पीटता हुआ दिख रहा है. यह वीडियो कल रात वायरल हुआ. उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम ने पीड़िता का पता लगाया और उनसे पूछताछ के बाद मामला दर्ज कर लिया गया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में आरोपितों की पहचान की गई और पीड़िता के पति और ससुराल वालों सहित अन्य को आरोपी बनाया गया. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो नाबालिग समेत कुल छह लोगों को आरोपी बनाया गया है. इससे पहले, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस मामले में वायरल वीडियो का संज्ञान लिया. अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने के लिए राजस्थान के डीजीपी को पत्र भी लिखा.
Rajasthan| A video which showed a man beating a woman who was tied to a tree went viral last night. We traced the victim, registered a case. Accused were identified. 6 have been booked, of whom 2 are minors. Accused incl victim's husband & in-laws: SP Banswara, Rajesh Meena pic.twitter.com/LyeRZXnVFl
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) July 30, 2022
पुलिस ने इस मामले में महिला के पति सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है. बांसवाड़ा के जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा ने बताया कि महिला को पेड़ से बांधकर पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें महिला का पति और जेठ शामिल है. इसके अलावा दो नाबालिग भी निरुद्ध किए गए हैं.
घटना खमेरा थाना क्षेत्र में 25 जुलाई की बताई जा रही है. पुलिस के अनुसार पीड़ित महिला कथित तौर पर किसी अनजान युवक के साथ देखी गई थी जिसके बाद ससुराल वालों ने उससे मारपीट की. वहीं, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने पर विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वीडियो साझा करते हुए ट्वीट कर कहा कि राजस्थान के गृह मंत्रालय ने गुंडे-बदमाशों को खुली छूट दी है जैसे जंगल में भूखे भेड़िए घूमते हैं. जरूरी है कि इस वीडियो की जांच करके दोषियों के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए कार्रवाई हो. लेकिन, भेड़ियों की संरक्षक इस सरकार से उम्मीद बेमानी है. आवाज हमें ही उठानी होगी!