Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान का अगला मुख्यमंत्री कौन? दो दिन बाद उठ जाएगा पर्दा

कांग्रेस नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में बताया कि राजस्थान में कोई ड्रामा नहीं चल रहा है. सब 1-2 दिन में साफ हो जाएगा. ऐसा सिर्फ मीडिया को लग रहा है कि यह ड्रामा है. उन्होंने आगे कहा, लेकिन कम से कम मीडिया में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की चर्चा तो हो रही है.

By ArbindKumar Mishra | September 28, 2022 6:59 PM
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राजस्थान कांग्रेस में घमासान जारी है. लेकिन खबर आ रही है कि दो दिन बाद मामला पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. राज्य का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? इसपर से भी पर्दा उठ जाएगा. इसकी जानकारी राहुल गांधी के करीबी सांसद केसी वेणुगोपाल ने दी.

राजस्थान में कोई ड्रामा नहीं : केसी वेणुगोपाल

कांग्रेस नेता और सांसद केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं के साथ बातचीत में बताया कि राजस्थान में कोई ड्रामा नहीं चल रहा है. सब 1-2 दिन में साफ हो जाएगा. ऐसा सिर्फ मीडिया को लग रहा है कि यह ड्रामा है. उन्होंने आगे कहा, लेकिन कम से कम मीडिया में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव की चर्चा तो हो रही है. कांग्रेस अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का इस्तेमाल कर रही है.

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गहलोत के करीबी तीन विधायकों पर कांग्रेस ने की बड़ी कार्रवाई

राजस्थान कांग्रेस में जारी विवाद के बीच कांग्रेस आलाकमान ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी तीन विधायकों पर बड़ी कार्रवाई की. राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल, महेश जोशी और पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. तीनों से 10 दिनों के भीतर यह बताने को कहा गया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए. तीनों पर घोर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया.

माकन और खड़गे ने सोनिया गांधी को रिपोर्ट सौंपी और कार्रवाई की मांग की

राजस्थान संकट को लेकर पार्टी पर्यवेक्षकों मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन ने तीनों नेताओं पर घोर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपनी लिखित रिपोर्ट सौंपी थी. साथ ही तीनों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जिसके बाद शांति धारीवाल, महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ को नोटिस जारी किया गया.

अशोक गहलोत को सोनिया गांधी से क्लीन चिट

राजस्थान कांग्रेस में जारी बवाल मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने क्लीन चिट दे दी. हालांकि गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर संशय बरकरार है. शशि थरूर, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मुकुल वासनिक, खड़गे, कुमारी सैलजा और कुछ अन्य नामों को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. वैसे कमलनाथ कह चुके हैं कि उन्हें अध्यक्ष पद में कोई दिलचस्पी नहीं है.

राजस्थान कांग्रेस में क्यों मचा बवाल

राजस्थान कांग्रेस बवाल तब शुरू हुआ, जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की खबर सामने आयी. उसके बाद राजस्थान में मुख्यमंत्री बदलने की चर्चा होने लगी. यहीं से कांग्रेस में अंदरुनी कलह की शुरुआत हो गयी. गहलोत गुट और सचिन पायलट गुट एक बार फिर से आमने-सामने आ गये. कुछ कांग्रेसी नेता और विधायक सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे, लेकिन गहलोत गुट के विधायक और मंत्री इसके विरोध में खड़े हो गये. नाराजगी इतनी बढ़ गयी कि गहलोत गुट के विधायकों ने विधायक दल की बैठक का भी बहिष्कार कर दिया और अपना इस्तीफा तक दे डाला. राजस्थान में हालात ठीक करने की जिम्मेदारी खड़गे और अजय माकन को दिया गया, लेकिन उनसे भी मामला शांत नहीं हुआ, तो सोनिया गांधी को बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा. जिसके बाद खड़गे और माकन को दिल्ली तलब की गयी और रिपोर्ट मांगी गयी.

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