Ranchi News: डकबैक इंडिया को बंद करने की तैयारी में प्रबंधन, गुस्साये कर्मचारी धरना पर बैठे
Ranchi News: डकबैक इंडिया को प्रबंधन बंद करने की तैयारी में है. गुस्साये कर्मचारी धरना पर बैठ गए हैं. फैक्ट्री की मशीनों को ट्रक पर लोड कर दिया गया है.
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Ranchi News: कोकर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित डकबैक इंडिया (पूर्व नाम बिहार रबर कंपनी) के कर्मचारी गुरुवार की सुबह से फैक्ट्री के मुख्य गेट पर बैठ कर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं. इन कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन फैक्टरी को बंद करने की तैयारी में है.
Ranchi News: मशीनों को बाहर ले जाने की तैयारी
आनन-फानन में यहां की मशीन बाहर ले जाने की तैयारी चल रही है. यहां की मशीनें ट्रकों में लोड कर दी गयी हैं. यही नहीं, इस फैक्टरी को बंद करने के मकसद से ही यूनियन के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों (कुल छह) को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा 31 कर्मचारियों का स्थानांतरण कोलकाता कर दिया गया है. कर्मचारियों का कहना है कि यह सब रांची वाली फैक्टरी को बंद करने के मकसद से किया जा रहा है, ताकि कर्मचारी खुद काम छोड़ दें.
देर रात तक धरने पर बैठी थी महिला कर्मचारी भी
कोकर इंडस्ट्रियल एरिया रांची में धरना पर बैठे कर्मचारी 31 लोगों का कोलकाता स्थानांतरण करने, सेवानिवृत्त कर्मचारियों काे ग्रेच्युटी नहीं देने और बिना कारण के कारखाना से मशीन को बाहर ले जाने का विरोध कर रहे हैं. खबर लिखे जाने (देर रात) तक पुरुष कर्मचारियों के साथ-साथ महिला कर्मचारी भी धरने पर बैठी हुई थीं.
जानबूझ कर कर्मचारियों का ट्रांसफर कर रही कंपनी : हेमलता टोप्पो
झारखंड प्रदेश रबर कारखाना श्रमिक संघ की महामंत्री हेमलता टोप्पो ने कहा कि कंपनी जानबूझ कर कर्मचारियों का स्थानांतरण कर रही है. 63 कर्मचारी ऐसे हैं, जो 25 साल से अधिक समय से काम कर रहे हैं. काम का ऑर्डर मिलने के बाद भी इस कारखाने में काम बंद किया जा रहा है. काम बंद करना है, तो सबसे पहले सभी कर्मचारियों के बकाये का भुगतान हो.
श्रमायुक्त को भी दे दी गई है मामले की जानकारी
इधर, इस मामले को लेकर उप श्रमायुक्त को भी अवगत करा दिया गया है. इस मामले में फैक्टरी के मैनेजर से उनका पक्ष जानने के लिए मोबाइल पर संपर्क किया गया. लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.
31 कर्मचारियों का ट्रांसफर कर दिया गया है. यही नहीं, स्थानांतरित किये गये कर्मचारियों को कारखाना में घुसने भी नहीं दिया जा रहा है. कंपनी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है.
अभिनंदन सिंह, आंदोलन कर रहे कर्मचारी
35 साल से काम कर रही हूं. आखिर इस उम्र में कहां जायेंगे. प्रबंधन रांची स्थित फैक्टरी को बंद करने की तैयारी कर रही है. ट्रक में मशीन लोड कर दी गयी है.
शोभा वर्मा, आंदोलन कर रही कर्मचारी
30 साल से अधिक समय से काम कर रहा हूं. पांच साल से महंगाई भत्ता तक नहीं बढ़ाया गया है. अब कंपनी हटाने की तैयारी में है. इसलिए हमलोगों को तरह-तरह से तंग किया जा रहा है.
शंकर डे, आंदोलन कर रहे कर्मचारी
लगभग 32 साल से काम कर रही हूं. धीरे-धीरे सभी को हटाने की तैयारी चल रही है. इसलिए यह सब खेल चल रहा है. आखिर अब हम कहां जायेंगे.
फ्लोरा एक्का, आंदोलन कर रही कर्मचारी
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