मुजफ्फरपुर में बस स्टैंड निर्माण के लिए तोड़ी गईं इमारतें, विकसित की जा रही ये सुविधाएं
मुजफ्फरपुर में पटना के ISBT की तर्ज पर 120 करोड़ की लागत से 7.89 एकड़ में बैरिया में बस टर्मिनल का निर्माण होना है. इस बस टर्मिनल में कई तरह की आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी. इसके लिए कार्य शुरू कर दिया गया है.
मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी के तहत बैरिया में बस स्टैंड के जीर्णोद्धार का काम शुरू हो चुका है. फिलहाल बस स्टैंड के पूर्वी हिस्से में बने भवन को तोड़ दिया गया है. भवन की मजबूत नींव के लिए जेसीबी से जमीन की खुदाई की जा रही है. यहां बड़े शहरों की तरह विश्वस्तरीय बहुमंजिला बस स्टैंड का निर्माण होना है.
एजेंसी द्वारा स्टैंड के अंदर निर्माण सामग्री का स्टॉक कर लिया गया है. बस स्टैंड के पूर्वी और उत्तरी किनारे पर जमीन की खुदाई की जा रही है. बस स्टैंड के अंदर परिचालन लगभग पूरी तरह से बंद कर दिया गया. बैरिया गोलंबर की ओर से बस स्टैंड की ओर आने पर एक तरफ बस खड़ी करने की जगह होती है. बाकी बचे पूरे इलाके को घेरकर काम शुरू कर दिया गया है.
बस स्टैंड में बनना है छह रेस्टोरेंट
120 करोड़ की लागत से 7.89 एकड़ में इस बस टर्मिनल का निर्माण होना है. जिसमें दो वातानुकूलित वेटिंग हॉल, चार इंटर स्टेट बस टर्मिनल ऑफिस, छह रेस्टोरेंट, गेमिंग जोन, वर्कशॉप का निर्माण होना है. यहां बस के ठहराव के साथ कार पार्किंग की व्यवस्था होगी. इसके साथ ही सीएनजी व इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का भी निर्माण यहां होना है. वहीं बस स्टैंड के सामने आरसीडी की जमीन पर टूरिस्ट इंफॉरमेशन सेंटर का निर्माण होना है.
हर रोज दस हजार से ज्यादा यात्री करते हैं सफर
बैरिया बस स्टैंड से हर रोज पटना, रांची, टाटा, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, दरभंगा, मधुबनी सहित राज्य के हर शहरों के लिए दस हजार से ज्यादा यात्री सफर करते हैं. यहां से रोज पांच से अधिक बस अलग अलग शहरों के लिए खुलती हैं.
बस स्टैंड के बाहर खाली जमीन पर फिर से अतिक्रमण
स्मार्ट सिटी के तहत बैरिया बस स्टैंड का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, इसके लिए बस स्टैंड के अंदर बैरिकेडिंग की गयी है. लेकिन बस स्टैंड के बाहर से जिस स्थान पर बसों का परिचालन होना है वहां फिर से अतिक्रमण की स्थिति बन गयी है. इससे बस संचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और जगह का अतिक्रमण होने से वे बसें सड़क किनारे खड़ी करने को मजबूर हैं. जिला प्रशासन की ओर से बस स्टैंड के जीर्णोद्धार के लिए बैरिया गोलंबर से अयाची गांव तक सड़क पर 70-70 फीट सरकारी जमीन को प्रशासन की मदद से आरसीडी द्वारा खाली कराया गया है.
स्टैंड के बाहर से बसों का परिचालन
मोटर फेडरेशन के जिला अध्यक्ष मुकेश शर्मा व प्रवक्ता कामेश्वर महतो ने बताया कि अतिक्रमण खाली कराने के बाद करीब एक सप्ताह तक जगह खाली रही. सभी बस संचालक इस बात को लेकर तैयार थे कि जब बस स्टैंड के अंदर काम शुरू होगा तो वे बाहर से ही अपने वाहन चलाएंगे.
पटना, मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, समस्तीपुर आदि जिलों की गाड़ी बैरिया गोलंबर से बैरिया बस स्टैंड के बीच सड़क के दोनों ओर से चलेंगी. वहीं बैरिया बस स्टैंड से अयाची ग्राम तक सड़क के दोनों ओर से सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया आदि रूट की गाड़ियां चलेंगी. लेकिन अब तो बस स्टैंड के भीतर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन बाहर जो प्रशासन द्वारा अतिक्रमण खाली कराया गया था, वहां फिर से अतिक्रमण की स्थिति हो चुकी है.
अतिक्रमण हटाए जाने की मांग
इसको लेकर इन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उक्त अतिक्रमण को फिर से खाली कराया जाये ताकि बसों का आवागमन सही से हो सके. जगह नहीं होने के कारण बस इधर उधर खड़ी रहती है यात्रियों को संबंधित जगह की बस खोजने में परेशानी होती है.