पश्चिम बंगाल : रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना कहा, संदेशखाली सभ्य समाज में शर्मनाक घटना का सबसे खराब उदाहरण

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की घटना को लेकर विशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘संदेशखाली मुद्दा बहुत गंभीर होता जा रहा है. महिलाओं पर हमला, उनके साथ अमपानजनक व्यवहार और उनका यौन शोषण हमारे समाज और लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है.

By Shinki Singh | February 21, 2024 5:34 PM

भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को दावा किया कि ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने पश्चिम बंगाल के लोगों पर अत्याचार करने के मामले में पूर्ववर्ती वामपंथी दलों की सरकार को पीछे छोड़ दिया है और लोकसभा चुनाव में जनता राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी को करारा जवाब देगी. पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न का मुद्दा उठाते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस और विपक्षी ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन के अन्य घटकों की आलोचना की और इस मामले पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाए. रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘‘संदेशखाली मुद्दा बहुत गंभीर होता जा रहा है. महिलाओं पर हमला, उनके साथ अमपानजनक व्यवहार और उनका यौन शोषण हमारे समाज और लोकतंत्र के लिए शर्म की बात है.

रविशंकर प्रसाद ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

भाजपा नेता ने राज्य में इस तरह की घटनाओं का बचाव करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की और उनकी और अन्य विपक्षी पार्टियों की अंतर्रात्मा पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ‘‘जब ममता बनर्जी माकपा के अत्याचारों के खिलाफ अतीत में संघर्ष करती थीं और इसके खिलाफ अनिश्चितकालीन आंदोलन पर बैठती थीं तब हम सभी उनके प्रशंसक बन गए थे और उनके संघर्ष की सराहना किए करते थे. ज्यादती और पुलिस दमन के मामले में मौजूदा सरकार ने तत्कालीन माकपा शासन को पीछे छोड़ दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘यह शर्म की बात है उनकी अंतरात्मा कहां है ? प्रसाद ने कहा, ‘‘ममता जी, आपको जवाब देना होगा. ममता जी, आपको इसकी कीमत चुकानी होगी. जनता आपको राजनीतिक जवाब देगी.

आप, वाम दलों की चुप्पी पाखंड का सबूत

प्रसाद ने संदेशखाली मुद्दे पर नहीं बोलने के लिए कांग्रेस, आप, वाम दलों और ‘I.N.D.I.A’ गठबंधन के अन्य घटकों की निंदा की और कहा कि उनकी चुप्पी उनके ‘पाखंड और स्पष्ट दोहरे मापदंडों’ का सबूत है. मैंने माकपा की एक नेत्री के वहां जाने की खबर सुनी. लेकिन माकपा ने न तो औपचारिक रूप से संदेशखाली की कथित घटनाओं का विरोध किया है और न ही इस मुद्दे पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी की है. हर मुद्दे पर बोलने वाले राहुल गांधी भी चुप हैं. उन्होंने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि भाजपा अलोकतांत्रिक है.उनके अनुसार भाजपा शासन में लोग सुरक्षित नहीं हैं.आज ममता बनर्जी के शासन में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं.

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