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पश्चिम बंगाल : संदेशखाली में शेख शाहजहां के खिलाफ मिली 1,250 से अधिक शिकायतें

बीडीओ अरुण कुमार सामंत के अनुसार, उनके कार्यालय को ग्रामीणों की 1,000 से अधिक शिकायतें मिली हैं. कुल शिकायतों में से लगभग 400 भूमि मामलों से संबंधित हैं, जिनमें अनधिकृत कब्जे और भूमि स्वामित्व में परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दे शामिल हैं.

By Shinki Singh | February 24, 2024 6:27 PM
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पश्चिम बंगाल के अशांत संदेशखाली (Sandeshkhali) क्षेत्र में सरकारी शिविरों में भूमि विवादों से संबंधित 400 शिकायतों सहित कुल 1,250 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जहां प्रशासन स्थानीय लोगों की शिकायतों को दूर करने के लिए एक जनसंपर्क कार्यक्रम चला रहा है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर भूमि अतिक्रमण और यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के कारण हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन का केंद्र रहे संदेशखाली के ब्लॉक-2 में सबसे अधिक करीब 1,000 शिकायतें प्राप्त हुई हैं. बशीरहाट सबडिवीजन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया , 18 फरवरी से सरकारी सहायता शिविरों का संचालन शुरू हुआ, जिसके बाद से संदेशखाली और आस-पास के क्षेत्रों से अब तक 1,250 से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिनमें से अधिकांश संदेशखाली ब्लॉक-2 से आई हैं.

संदेशखाली ब्लॉक-2 में 1,000 से अधिक शिकायतें मिली

संदेशखाली ब्लॉक-2 के बीडीओ अरुण कुमार सामंत के अनुसार, उनके कार्यालय को ग्रामीणों की 1,000 से अधिक शिकायतें मिली हैं. कुल शिकायतों में से लगभग 400 भूमि मामलों से संबंधित हैं, जिनमें अनधिकृत कब्जे और भूमि स्वामित्व में परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दे शामिल हैं. इसके अतिरिक्त हमें राज्य की कल्याणकारी योजनाओं तक पहुंचने में कठिनाइयों को उजागर करने वाले आवेदन भी प्राप्त हुए हैं. इस बीच, संदेशखाली ब्लॉक-1 के अधिकारियों ने 250 शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें से 14 भूमि विवादों से संबंधित हैं. संदेशखाली के बीडीओ सायंतन सेन ने कहा, ‘‘अब तक, हमें स्थानीय लोगों से उनकी शिकायतों के बारे में 250 आवेदन प्राप्त हुए हैं.

भूमि संबंधी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए प्रयासरत : सुकुमार महतो

संदेशखाली के स्थानीय टीएमसी विधायक सुकुमार महतो ने कहा कि सरकार ने भूमि विवादों को सुलझाने के लिए सकारात्मक रुख अपनाया है. उनका कहना है कि ‘हम भूमि संबंधी शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए प्रयासरत हैं. इसके अतिरिक्त, जबरन वसूली के आरोपों के समाधान में तेजी लाने के प्रयास जारी हैं. पुलिस यौन शोषण और दुर्व्यवहार के आरोपों पर भी गौर कर रही है. इस बीच, भाजपा ने टीएमसी और स्थानीय प्रशासन पर महिलाओं के खिलाफ अपराध और ग्रामीणों के शोषण में मिलीभगत का आरोप लगाया. भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने दावा किया, ‘‘उनकी निगरानी में ऐसे अत्याचार क्यों हुए ? तृणमूल कांग्रेस और स्थानीय प्रशासन ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा को अंजाम देने में मिलीभगत की.

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