Side effects of drug addiction: गिरफ्तार अपराधियों ने कहा-नशे की लत को पूरा करने के लिए करते है अपराध

लूट , चोरी और छिनतई की घटनाओं में गिरफ्तार अपराधियों ने कहा- नशे की लत को पूरा करने के लिए करते है अपराध

By Nikhil Sinha | June 22, 2024 5:43 PM
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Jamshedpur Brown sugar News : लौहनगरी के युवा धीरे-धीरे नशे की ऊंची उड़ान में उड़ने लगे है. नशा के कारोबारी पहले तो युवाओं को मुफ्त में नशा कराते है. युवा जब नशा का आदि हो जाता है तो उसे अपने नशेड़ी गैंग में शामिल कर उससे चोरी, लूट, डकैती करने के लिए प्रोत्साहित करते है. नशा नहीं मिलने से यह युवा पागल की तरह हो जाते है और नशा के लिए किसी भी हद से गुजर जाने को तैयार रहते है. शहर में कई ऐसी अपराधिक घटनाएं हुई है, जिसमें पकड़े गये अपराधी घटना करने के दौरान नशे में थे. इनमें कोई नशे के बाद तो कोई नशा खरीदने के लिए अपराध कर रहा है. आए दिन शहर में चोरी और छिनतई की घटना हो रही है. छिनतई के विरोध पर चाकू या धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया जा रहा है. बाइक चोरी की घटना भी बढ़ती जा रही है. हाल के दिनों में मोबाइल, पर्स, चेन की छिनतई, घर में चोरी और बाइक की चोरी के मामले में जो भी आरोपित पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं खुद को नशा करने वाले बता रहे हैं.

केस स्टडी
14 नवंबर 2021- सीतारामडेरा के छायानगर में नशे के लिए जब मां ने पैसे नहीं दिए तो गुस्से में आकर बेटे विक्की सरकार ने ब्लेड से अपने शरीर पर कई जगहों पर जख्म कर लिया. खदकुशी का प्रयास किया. उसके बाद उसकी मां शोभा सरकार दौड़ती-भागती पड़ोस की महिला मोनिका मुखर्जी के घर पहुंची.फिर दोनों ने मिल कर उसे इलाज के लिए एमजीएम लेकर आये.
9 मार्च 2022– बोड़ाम के बड़ाचिड़का गांव निवासी संजय महतो ने पहली पत्नी कल्पना महतो से शराब पीने के लिए रुपये जब नहीं दिये तो उसने पत्नी को राड से मारकर घायल कर दिया.सिर में चोट लगने के कारण कल्पना को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसके बाद पत्नी कल्पना की शिकायत पर संजय महतो को गिरफ्तार कर लिया.
19 दिसंबर 2022- बिरसानगर और गोविंदपुर के बंद घरों में चोरी करने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार करने वाले आरोपियों में जोन नंबर 3 निवासी सोनू लोहरा उर्फ भोला जोन नंबर 8 निवासी शशांक शेखर उर्फ शिवम सिंह, जोन नंबर 3 निवासी चंदन पात्रो जोन नंबर 8 निवासी रोहित सिंह उर्फ गबरू, आकाश दास, श्याम पोद्दार उर्फ राहुल, करण कुमार और बारीडीह निवासी अमन मंडल शामिल थे. सभी चोरों के स्वीकारोक्ति बयान में यह सामने आया था कि वे लोग सिर्फ नशा करने के लिए गिरोह बना कर चोरी की घटना करते है.
3 अप्रैल 2024 – सिदगोड़ा पुलिस ने नशा के लिए घरों से मोबाइल, बाइक समेत अन्य सामानों की चोरी करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार युवकों में बागुनहातु रोड नंबर 4 निवासी सन्नी कालिंदी उर्फ नुन्नू, बारीडीह भूषण कॉलोनी निवासी विश्वजीत गोराई, बागुनहातु लेदा भट्ठा निवासी आकाश दत्ता, सोनू सिंह सरदार उर्फ टेटो, बागुनहातु रोड नंबर 5 निवासी टिंकू लाल साहु और टेल्को जेम्को बस्ती निवासी साहिल कालिंदी शामिल है
19 मई 2024- टेल्को पुलिस ने महिला से चेन छिनतई करने के मामले में आदित्यपुर के एस. लोहार और बिरसानगर के आर कर्मकार को गिरफ्तार किया था. दोनों युवक एक ही घंटे में दो महिलाओं से चेन छिनतई किया था. इसके बाद मौके पर मौजूद आम लोगों ने दोनों को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया था. दोनों युवक नशे ही हालत में थे. पूछताछ के दौरान उन दोनों ने बताया था कि छिनतई करने के बाद सामान को बेंच कर नशा करते है.

समाज व घर का वातावरण का खराब होना बड़ा कारण : डा. निधि श्रीवास्तव
Psychologist Dr. Nidhi Srivastava
ने बताया कि घर और समाज का वातारण खराब होने के कारण ही युवा वर्ग भटक रहे है. छोटा परिवार होने के कारण मां- बाप को बच्चों के लिए समय नहीं होता है. ऐसे में बच्चे क्या कर रहे है कहां जा रहे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. ऐसे में बच्चे घर से बाहर रहना ज्यादा पसंद करते है. दोस्तों के साथ मिल कर वह नशा करते है. इससे बचाव के लिए घर के अभिभावकों को बच्चों को समय देना होगा. उनके रुटीन को बनाना होगा. बच्चों के मन में परिवार के प्रति इमोशन पैदा करना होगा. अगर ऐसा होगा तो वह गलत रास्ते पर जाने से कतरायेगा. साथ ही घर बा वातावरण बेहतर बनाना होगा. ताकि बच्चे या किशोर अपनी बातों को परिवार के साथ शेयर कर सके.

नशा के बाद दिमाग नहीं करता काम : Dr Deepak Giri
एमजीएम अस्पताल के डाक्टर दीपक गिरी ने बताया कि नशा करने के बाद मस्तिष्क ठीक से काम करना बंद कर देता है. उसके सोचने समझने की शक्ति काफी कम हो जाती है. ऐसे में वह निर्णय नहीं ले पाता है कि वह जो काम कर रहा है वह सही है या गलत. इस कारण से नशा करने के बाद युवा वर्ग घटनाओं को अंजाम दे रहे है. उन्होंने बताया कि तीन- चार बार लगातार नशा करने पर वह उसका आदि हो जाता है. ऐसे में अगर उसे नशा करने के लिए रुपये नहीं मिलता है तो वह अपराध कर रुपये कमाने का रास्ता चयन करता है.

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