Silli Assembly Election: कभी लहराता था लाल झंडा, राज्य गठन के बाद से कांग्रेस ने नहीं जीता चुनाव

हिंडालको औद्योगिक क्षेत्रवाले सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कभी लाल झंडा लहराता था. सीपीएम के राजेंद्र सिंह मुंडा सिल्ली से तीन बार विधायक चुने गये थे. कांग्रेस पार्टी भी सिल्ली से पांच बार चुनाव जीती है.

By Nitish kumar | October 22, 2024 7:19 AM

Silli Assembly Election, रांची/सिल्ली, विष्णु गिरि: हिंडालको औद्योगिक क्षेत्रवाले सिल्ली विधानसभा क्षेत्र में कभी लाल झंडा लहराता था. सीपीएम के राजेंद्र सिंह मुंडा सिल्ली से तीन बार विधायक चुने गये थे. कांग्रेस पार्टी भी सिल्ली से पांच बार चुनाव जीती है. हालांकि, झारखंड अलग राज्य बनने के बाद से सीपीएम या कांग्रेस के प्रत्याशियों को कभी जीत का स्वाद चखने का मौका नहीं मिला है. वर्ष 2000 में सुदेश कुमार महतो पहली बार सिल्ली के विधायक बने. उसके बाद 2004 और 2009 का चुनाव जीत कर लगातार तीन बार विधायक चुने गये. 2014 के चुनाव में झामुमो के अमित कुमार ने सुदेश को पहली बार चुनावी दंगल में पटखनी दी. इसके बाद हुए उपचुनाव में भी उनकी पत्नी सीमा महतो ने झामुमो के टिकट पर ही श्री महतो को हराने में सफलता पायी थी. हालांकि, 2019 में सुदेश महतो फिर से चुनाव जीतकर विधायक बने.

क्षेत्र की समस्याओं का नहीं हुआ निदान

सिल्ली विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं का निदान अब तक नहीं हो सका है. इलाके में नियमित और निर्बाध बिजली आपूर्ति का पूरी तरह अभाव है. इसे लेकर लोग आये दिन सड़कों पर उतरते रहते हैं. सिल्ली में विद्युत ग्रिड निर्माणाधीन है. उसके पूरा होने के बाद बिजली व्यवस्था में सुधार संभव है. स्थानीय लोग काफी संख्या में रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं. स्थानीय स्तर भी पर रोजगार के उपाय नहीं किये गये हैं. कुटीर और लघु उद्योग के लिए भी कोई पहल नहीं की गयी है. कृषि प्रधान क्षेत्र होने से लोग सब्जी, रबी और खरीफ फसल की खेती पर निर्भर हैं. लेकिन, किसानों को कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. लंबे समय से मांग होने के बाद भी कोल्ड स्टोरेज का निर्माण नहीं किया गया है. इलाके में इकलौती नहर कीता है. लेकिन वह भी उपेक्षित होने के कारण जर्जर हो गयी है. जिस कारण नहर से सिंचाई की सुविधा नहीं मिलती है. जिंदल, हिंडालको जैसी कंपनियों ने सिल्ली में उद्योग स्थापित करने के लिए जमीन खरीदी थी. हालांकि, कंपनियों की उद्योग लगाने की योजना धरातल पर नहीं उतर सकी.

विकास कार्य को जमीन पर उतारा

सिल्ली सिर्फ हमारा विधानसभा क्षेत्र ही नहीं है, बल्कि मेरा परिवार है. मेरे राजनीतिक जीवन का आधार है. सिल्ली मेरे लिए विकास की प्रयोगशाला भी है. विकास के हर मानक को धरातल पर उतारते हैं और उसे पूरे राज्य में स्थापित करने की कोशिश करते हैं.
विधायक सुदेश कुमार महतो

विकास कार्य से दूर रहा है क्षेत्र

सिल्ली विधानसभा क्षेत्र पांच वर्षों से विकास से पूरी तरह अछूता रहा है. रोजगार के लिए पलायन एक आम समस्या है. रोजगार की तलाश में तमिलनाडु और बेंगलुरु गयी कुछ शोषित बहनों को स्वयं छुड़वा कर लाया हूं. स्थानीय नीति और नियोजन नीति पर वर्तमान विधायक की कोई पहल उल्लेखनीय नहीं है. प्रखंड अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार की बात हो या विकास कार्यों में वन भूमि के पत्थर का उपयोग करने की बात हो, सिल्ली में कई अवैध काम धड़ल्ले से जारी हैं. वर्तमान विधायक की कथनी और करनी में अंतर है.

लोगों को मिल रहीं कई सुविधाएं

आज सिल्ली क्षेत्र में स्कूल, अस्पताल और सड़क समेत कई सरकारी सुविधाएं स्थानीय लोगों को मिल रही है. इसके बाद भी कुछ योजनाएं धरातल पर नहीं उतर सकी हैं. सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रहा है. लोगों को सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है. आज भी सरकारी कार्यालय में बिचौलिये हावी हैं. बिना रुपये खर्च किये योजनाओं का लाभ मिलना मुश्किल हो जाता है.
सारिका देवी, ग्रामीण महिला, असुरकोडा, सिल्ली.

कब कौन रहा विधायक

1951भोलानाथ भगत कांग्रेस
1957भोलानाथ भगत कांग्रेस
1962जगेश्वर भगत स्वतंत्र पार्टी
1967 बी स्वांसी जन क्रांति दल
1969 बी स्वांसीशोसित दल
1972 राम रतन राम कांग्रेस
1977राजेंद्र सिंहसीपीएम
1980राजेंद्र सिंहसीपीएम
1985 केशव महतो कमलेशकांग्रेस
1990 राजेंद्र सिंह सीपीएम
1995केशव महतो कमलेशकांग्रेस
2000सुदेश महतोयूजीडीपी
2005सुदेश महतोआजसू
2009सुदेश महतोआजसू
2014अमित महतोझामुमो
2019सुदेश महतोआजसू

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